अमर उजाला नेटवर्क, दिल्ली Published by: दुष्यंत शर्मा Updated Sat, 25 Jan 2025 05:56 AM IST
मतदाता दिवस से एक दिन पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार से बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में 100 से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया।
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85 साल से अधिक उम्र के मतदाता भले ही चलने में असमर्थ हों और शरीर कमजोर हो गया हो, लेकिन लोकतंत्र को मजबूत करने की उनकी इच्छा युवाओं जैसी ही है। मतदाता दिवस से एक दिन पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार से बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में 100 से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया।
निर्वाचन कार्यालय की टीम मतदाताओं के घर जाकर वोट डलवा रही हैं। चुनाव आयोग की तरफ से मतदाताओं को यह सुविधा दी गई है कि जो मतदाता बुजुर्ग और दिव्यांग हैं, वे घर से वोट डाल सकते हैं। दिल्ली में 85 साल से अधिक उम्र के 1,09,064 और 79,088 दिव्यांग मतदाता हैं। इनमें से 6396 बुजुर्ग और 1046 दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान करने का विकल्प चुना है। चार फरवरी तक अलग-अलग टीमें पात्र मतदाताओं के घर जाकर मतदान कराएंगी।
वोट के अधिकार का करें इस्तेमाल
ग्रेटर कैलाश दो निवासी उमाशंकर भटनागर 102 साल के हैं। शुक्रवार को उन्होंने अपने घर पर मतदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने मत का इस्तेमाल करना न भूलेेें। देश के हर नागरिक को वोट देने का अधिकार है। मतदान के दिन घर से निकलें खुद तो मतदान करें ही। साथ ही, अन्य लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें। वहीं, जनकपुरी निवासी 92 साल के केके खन्ना रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उन्होंने अपने घर पर वोट देने के बाद कहा कि सभी लोग वोट जरूर करें। इससे लोकतंत्र मजबूत होगा। चुनाव आयोग की तरफ से घर पर मतदान कराने की पहल अच्छी है। इससे जो लोग चलने में असमर्थ हैं लोकतंत्र में उनकी भी भूमिका सुनिश्चित हो रही है।
पश्चिमी दिल्ली में हैं सबसे ज्यादा बुजुर्ग
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली राजस्व विभाग के पश्चिमी जिले में सबसे ज्यादा बुजुर्ग हैं। यहां पर 85 वर्ष से अधिक बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या 14772 हैं। इनमें से सभी मतदाताओं को घर में वोट करने के लिए फार्म 12डी दिया गया था। इसमें से 1050 मतदाताओं ने घर से वोट करने का फार्म भरा है। दूसरी तरफ उत्तर पूर्वी दिल्ली में 85 वर्ष से अधिक बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या 5593 है। यहां पर सबसे कम 65 मतदाता घर में वोट करेंगे। वहीं, 79088 दिव्यांग मतदाताओं में से 1046 मतदाताओं ने ही घर से मतदान करने का विकल्प चुना है। इसमें दक्षिण पश्चिम जिले में सबसे ज्यादा 243 मतदाता हैं। दक्षिण पूर्वी जिले में सबसे कम 57 मतदाता शामिल हैं।
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