मणिपुर हिंसा – फोटो : ANI
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जिरीबाम में तीन लोगों के शव मिलने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। घटना के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए और मणिपुर सरकार के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवास का घेराव किया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए तोड़फोड़ भी की। तीन विधायकों की संपत्तियों को आग लगा दी गई। पुलिस और सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद सरकार ने इंफाल घाटी में कर्फ्यू लगा दिया। जबकि सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
सबसे पहले प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने लामफेल सनाकेथेल इलाके में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सापम रंजन के आवास पर धावा बोला। यहां पर लोगों ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद लामफेल सनाकेथेल विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि डेविड ने बताया कि मंत्री सापम ने आश्वासन दिया कि तीन लोगों के शव मिलने के मुद्दे पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की जाएगी। अगर सरकार लोगों की भावनाओं का सम्मान करने में विफल रही तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे।
इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने उपभोक्ता मामले एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री एल सुसिंद्रो के घर का भी घेराव किया। भीड़ ने सुसिंद्रो के घर के बाहर तोड़फोड़ का प्रयास किया। इसके बाद सुरक्षा बलों को प्रदर्शनकारियों पर कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे। प्रदर्शनकारियों ने सिंगजामी इलाके में नगर प्रशासन आवास विकास मंत्री वाई खेमचंद के आवास को भी निशाना बनाया।