Rashmi Shukla – फोटो : ANI
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने सोमवार को राज्य सरकार को डीजीपी रश्मि शुक्ला को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित करने का निर्देश दिया। यह कार्रवाई कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) समेत कई राजनीतिक दलों की शिकायतों के बाद की गई। इस बीच खबर है कि रश्मि शुक्ला की जगह विवेक फणसालकर को डीजीपी का प्रभार सौंपा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को रश्मि शुक्ला का प्रभार कैडर के अगले सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव को डीजीपी के पद पर नियुक्ति के लिए मंगलवार दोपहर तक तीन आईपीएस अधिकारियों का पैनल भेजने का भी निर्देश दिया गया।
20 नवंबर को चुनाव
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। हाल ही में एक समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने अधिकारियों को न केवल निष्पक्ष रहने की चेतावनी दी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि वे अपने कर्तव्यों का पालन करते समय पक्षपात करते न दिखें।
राजनीतिक रूप से प्रेरित अपराधों पर चिंता व्यक्त की थी
इससे पहले 29 अक्तूबर को राजीव कुमार ने महाराष्ट्र में राजनीतिक रूप से प्रेरित अपराधों पर चिंता व्यक्त की थी और डीजीपी शुक्ला से ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा था।
शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने किया फैसले का स्वागत
तबादले के आदेश पर शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम चुनाव आयोग द्वारा महाराष्ट्र की डीजीपी रश्मि शुक्ला के खिलाफ लिए गए फैसले का स्वागत करते हैं। शरद पवार ने भी इस फैसले को सही करार दिया।
नाना पटोले ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा
इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा। पत्र में कहा गया कि चुनाव आयोग से अनुरोध है कि वह सुनिश्चित करे कि डीजीपी रश्मि शुक्ला को किसी अन्य पद पर नियुक्त न किया जाए, जिससे कानूनी ढांचे का पालन हो और संस्था में जनता का विश्वास मजबूत हो।”
बाबा सिद्दीकी की हत्या से राजनीतिक बवाल मचा
इससे पहले एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या से राजनीतिक बवाल मच गया था। 12 अक्तूबर को बांद्रा ईस्ट में तीन बंदूकधारियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।