देवेंद्र फडणवीस और शरद पवार – फोटो : एएनआई
विस्तार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। फडणवीस ने कहा कि पवार के टाटा और पीएम नरेंद्र मोदी से जुड़े दावे में सच्चाई नहीं है। उन्होंने शरद पवार पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी उम्र में झूठ बोलना उचित नहीं है। पिछली महा विकास अघाड़ी सरकार के रवैये के कारण ही प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से बाहर गए। इस दौरान फडणवीस ने लोगों को फर्जी कहानी गढ़ने की कोशिश करने वालों से सावधान रहने की चेतावनी दी।
इससे पहले, एक रैली को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा था कि टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और एयरबस की फाइलनल असेंबली लाइन (एफएएल) पहले महाराष्ट्र में स्थापित की जानी थी, लेकिन पीएम मोदी के आदेश पर परियोजना को गुजरात में स्थानांतरित कर दिया गया। पवार के इस दावे को झूठ बताते हुए डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा कि फर्जी कहानी को मजबूत करने से पहले महाराष्ट्र के लोगों को एक बार फिर तथ्य बताए जाने चाहिए।
डिप्टी सीएम फडवीस ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘इस उम्र में किसी को झूठ नहीं बोलना चाहिए। जयराम रमेश और शरद पवार के जमाने में, जब गुजरात और कर्नाटक निवेश आकर्षित करने में नंबर 1 हुआ करते थे और आज जब महाराष्ट्र नंबर 1 बन गया है तो वे (पवार और रमेश) थोड़ा ज्यादा परेशान हैं।’
‘रतन टाटा चाहते थे कि यह परियोजना महाराष्ट्र में शुरू हो…’
शरद पवार बारामती विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘रतन टाटा चाहते थे कि यह परियोजना महाराष्ट्र में शुरू हो और उनके साथ विचार-विमर्श के बाद नागपुर एमआईडीसी इलाके में 500 एकड़ का भूखंड इसके लिए चिह्नित किया गया। यह पूरी बातचीत मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान हुआ, जिसका मैं हिस्सा था।’
गुजरात में कारखाना खोलने को कहा
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी सरकार बदल गई और जब मोदी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने टाटा को बुलाया और उनसे गुजरात में कारखाना खोलने को कहा। अगर उस परियोजना को लागू किया जाता तो महाराष्ट्र में हजारों नौकरियां पैदा होतीं।’
पिछली एमवीए सरकार की लापरवाही से स्थानांतरित हुआ प्रोजेक्ट: फडणवीस
फडणवीस ने पवार के दावे को खारिज करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट को गुजरात में स्थापित करने के पीछे पिछली सरकार की लापरवाही थी। उन्होंने समाचार पत्रों और वीडियो लिंक साझा करके बताया कि कैसे टाटा एयरबस, फॉक्सकॉन और अन्य प्रोजेक्ट्स को महाराष्ट्र से बाहर जाने के लिए मजबूर किया गया। फडनवीस ने दावा किया कि जब टाटा समूह के प्रतिनिधियों ने नागपुर में एमएडीसी कार्यालय का दौरा किया तो तत्कालीन एमवीए सरकार उचित प्रतिक्रिया देने में विफल रही।
महाराष्ट्र निवेश के लिए अभी भी एक प्रमुख गंतव्य
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र अभी भी निवेश के लिए एक प्रमुख गंतव्य है और यहां 52% कुल विदेशी निवेश आया है। इस विवाद ने फडणवीस और पवार के बीच एक शब्दों का युद्ध छेड़ दिया है, जिसमें फडणवीस ने लोगों से झूठे दावों से सावधान रहने का आग्रह किया है।