हिंदी न्यूज़न्यूज़इंडियाMade in India Shells: मेड इन इंडिया तोप के गोले को लेकर क्यों मचा है बवाल? यूक्रेन, इजरायल-रूस में कहां फंसा पेंच?
Made in India Shells: मेड इन इंडिया तोप के गोले को लेकर क्यों मचा है बवाल? यूक्रेन, इजरायल-रूस में कहां फंसा पेंच?
Made in India Shells: भारतीय तोप के गोलों के निर्यात को लेकर पूरी दुनिया में बवाल मचा है. रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि मेड इन इंडिया तोप के गोले यूरोप के रास्ते यूक्रेन पहुंच गए हैं.
By : एबीपी लाइव डेस्क | Edited By: Kamal Kumar Mishra | Updated at : 20 Sep 2024 02:16 PM (IST)
मेड इन इंडिया तोप के गोले (फाइल).
Source : @NewsIADN
Made in India Shells: सालों से चल रहे रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास युद्ध की वजह से पूरी दुनिया में हथियारों की डिमांड बढ़ गई है. स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि अमेरिका और नाटो देश भी यूक्रेन को पर्याप्त मात्रा में हथियार मुहैया नहीं करवा पा रहे हैं. वहीं इजरायल में भी हथियारों की भारी कमी हो गई है. इस बीच इजरायल हमास के साथ ही ईरान और हिजबुल्लाह से भी लड़ रहा है. ऐसे में इजरायल भी अमेरिका से बड़ी मात्रा में गोले-बारूद खरीद रहा है, लेकिन अमेरिका ने कई तरह के हथियारों को देने से मना कर दिया है. इसी बीच रॉयटर्स की एक रिपोर्ट ने मेड इन इंडिया तोप के गोले को लेकर नया बवाल खड़ा दिया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने जो तोप के गोले पश्चिमी देशों को बेचे थे, अब वे यूक्रेन पहुंच गए हैं, जिससे रूस नाराज हो गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मसले को लेकर रूस कम से कम तीन मौकों पर भारत के सामने मुद्दा उठा चुका है. इसमें रूस के विदेश मंत्री लावरोव सर्गेई और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच हुई बैठक शामिल है. फिलहाल, भारत की तरफ से इस रिपोर्ट पर जानकारी साझा करके मामले को शांत करने का प्रयास किया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मसले को लेकर कहा है कि रिपोर्ट में किए गए दावे ‘अटकलबाजी और भ्रामक’ से अधिक कुछ नहीं हैं. भारत अपने हथियारों को निर्यात करने से पूर्व इस बात की जानकारी करता है कि कहीं वह दूसरे देश को तो दोबारा निर्यात नहीं करेंगे.
इजरायल ने भारत से मांगे थे तोप के गोले
भारतीय आयुध निर्यात नियमों के मुताबिक, भारत जिस देश को रक्षा सामग्री निर्यात करता है, सिर्फ वही देश उसका इस्तेमाल कर सकता है. इसके अलावा द हिंदू की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि गाजा युद्ध के शुरुआती दिनों में इजरायल ने भारत से 155 और 105 एमएम के तोप के गोलों की मांग की थी, लेकिन भारत ने नीतिगत फैसला लिया है कि वह इन हथियारों का निर्यात इजरायल को नहीं करेंगे. सूत्र ने बताया कि इजरायल और रूस दोनों भारत के मित्र देश हैं, लेकिन नीतिगत फैसलों की वजह से दोनों देशों को युद्धक सामग्री का निर्यात नहीं किया जाएगा.
इजरायल पहुंचे भारतीय ड्रोन
रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल, हमास और यूक्रेन युद्ध की वजह से भारत बहुत कठिन परिस्थिति में फंस गया है. रूस और इजरायल दोनों ही भारत के घनिष्ठ मित्र हैं. रूस भारत को सबसे अधिक हथियार देता है. अमेरिका के साथ रक्षा समझौतों में आई तेजी के बाद भी रूस भारत को हथियार निर्यात के मामले में पहले स्थान पर बना हुआ है. वहीं अडानी ने इजरायल को Hermes 900 ड्रोन का निर्यात किया है, इसके साथ ही भारत से कुछ विस्फोटक भी इजरायल भेजे गए हैं, जिसके बाद फिलिस्तीन आग बबूला है. भारत के विपक्षी दलों ने भी इजरायल को हथियार नहीं सप्लाई करने की मांग की है.
यह भी पढ़ेंः क्या सच में ‘मेड इन इंडिया’ तोप के गोले पहुंचे यूक्रेन, रूस की आपत्ति पर भारत ने क्या कहा
Published at : 20 Sep 2024 02:16 PM (IST)
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