अमर उजाला नेटवर्क, कानपुर Published by: शाहरुख खान Updated Sun, 13 Oct 2024 09:13 AM IST
कानपुर स्थित आईआईटी के हॉस्टल में पीएचडी (भू-गर्भ विज्ञान) तृतीय वर्ष की छात्रा प्रगति (27) ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पीएचडी करने के साथ-साथ प्रगति अपने परिवार की भी जिम्मेदारी निभा रही थी। परिवार के जिस किसी भी सदस्य पर जब भी कोई मुश्किल आती थी तो वह अपने रिसर्च स्कॉलर से मिलने वाले पैसों से उनकी मदद किया करती थी।
हंसमुख इतनी थी कि सभी से हंसते-मुस्कुराते हुए बात करती और बात करने वाले को हंसाती थी। हर रोज सुबह अपनी दो साल की भतीजी दिशा व घरवालों से वीडियो कॉल से बातें करना उसकी दिनचर्या में शामिल था। ऐसी प्रगति ने आखिर क्यों जान देने का फैसला किया, यह अभी तक पहेली ही बना हुआ है।
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पिता गोविंद ने बताया कि प्रगति ने न सिर्फ अपने बड़े भाई सत्यम को स्टेशनरी का काम शुरू करने में मदद की बल्कि घर बनवाने के लिए अपने जोड़े हुए रुपये दिए थे। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे सत्यम ने भरे हुए गले से बताया कि सभी की परेशानियों को समझकर उन्हें दूर करने वाली प्रगति को यदि कोई परेशानी थी तो वह परिवार के सदस्यों को बता सकती थी, कम से कम इस तरह तो छोड़कर न जाती।
कैंपस में बेटी के साथ क्या हुआ, प्रशासन से पूछेंगे जरूर
पिता गोविंद तो खुद को संभाल ही नहीं पा रहे थे। नाते-रिश्तेदारों के कंधों के सहारे बैठे गोविंद का कहना था कि वह आईआईटी से प्रशासन से पूछेंगे जरूर बेटी के साथ आखिर कैंपस में ऐसा क्या हुआ जो उसने जान देने का फैसला किया। स्वरूप नगर निवासी प्रगति के ताऊ गोपाल दास ने बताया कि प्रगति मजबूत इरादों वाली थी, फिर उसका आत्महत्या करना समझ से परे हैं। वजह जानने के लिए वह भी आईआईटी जाएंगे।
कैंपस में ही मनाया था लाडली दिशा का जन्मदिन
बड़े भाई सत्यम की दो साल की बेटी दिशा को प्रगति बेहद प्यार करती थी। बीती सात सितंबर को आईआईटी कैंपस में ही प्रगति ने दिशा का जन्मदिन पूरे परिवार के साथ मनाया था। सत्यम के मुताबिक वीडियोकाल में सबसे पहले प्रगति दिशा को ही दुलारते हुए उससे बात किया करती थी। बुधवार सुबह भी प्रगति ने दिशा व परिवार के लोगों के साथ बात की थी। गुरुवार को जरूर फोन नहीं आया, लेकिन क्या पता था कि दोपहर तक बहन की मौत की खबर ही आ जाएगी।
मौत से पहले दोस्तों को याद कर लिखा, आपने बहुत सहयोग किया…थैंक्स
मौत से पहले प्रगति के दिलो दिमाग में उसके साथी ही थे। पुलिस को उसके कमरे से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें उसने चंद लाइनें अपने दोस्तों के लिए ही लिखी है। पुलिस के मुताबिक, नोट में प्रगति ने अपने दोस्तों के लिए लिखा है कि आप लोगों ने मुझे बहुत कोऑपरेट किया, इसके लिए थैक्स…। इन शब्दों के आधार पर पुलिस अब प्रगति के साथियों का पता कर उनसे भी पूछताछ करेगी, ताकि आत्महत्या की कोई वजह स्पष्ट हो सके। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट में किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है। आवश्यकता पड़ने पर सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच भी कराई जाएगी।