रामनिवास सुरजाखेड़ा। – फोटो : संवाद
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जननायक जनता पार्टी के छठे विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। नरवाना के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने पार्टी के साथ-साथ एमएमए पद से भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने स्पीकर को इस्तीफा भेज दिया है। आचार संहिता लगने चुकी है और चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। अब देखना होगा कि रामनिवास सुरजाखेड़ा किस पार्टी में जाएंगे।
पार्टी में इससे पहले दसे में से पांच विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। जिसमें बरवाला से विधायक जोगी राम सिहाग, गुहला विधायक ईश्वर सिंह, टोहाना विधायक देवेंद्र बबली, उकलाना से विधायक अनूप धानक और शाहबाद से रामकरण काला ने इस्तीफा दिया था। वहीं नारनौंद विधायक रामकुमार गौतम काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे हैं।
रामनिवास सुरजाखेड़ा ने बताया इस्तीफे का कारण
रामनिवास सुरजाखेड़ा ने जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला को इस्तीफा भेजा है। उन्होंने लिखा कि पिछले दो साल से पार्टी की गतिविधियां उनकी राजनीति की विचारधारा से विपरित रही हैं। इससे वह व्यथित होकर सभी पदों, दायित्वों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
2019 में 10 विधायकों के साथ किंगमेकर बनी थी पार्टी
विधानसभा चुनाव से डेढ़ महीना पहले जननायक जनता पार्टी (जजपा) में विधायकों के इस्तीफे की झड़ी लग गई है। नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, उकलाना से विधायक अनूप धानक, बरवाला से विधायक जोगी राम सिहाग, टोहाना से देवेंद्र बबली, गुहला चीका से ईश्वर सिंह व शाहबाद से रामकरण काला ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें धानक व बबली तो भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। जजपा के दो विधायक राम निवास सुरजाखेड़ा व जोगी राम सिहाग पहले से भाजपा के संपर्क में रहे हैं। अब देखना होगा कि पार्टी ज्वाइन करते हैं या नहीं।
जोगीराम भाजपा के पक्ष में दिखे
बरवाला से विधायक जोगी राम सिहाग पर जजपा पहले ही भाजपा के पक्ष में रहने का आरोप लगा चुकी है। जजपा पहले ही जोगी राम सिहाग और राम निवास सुरजाखेड़ा को अयोग्य करार देने का पत्र विधानसभा अध्यक्ष को लिख चुकी है। भाजपा से सिहाग का टिकट काफी हद तक तय माना जा रहा है।
2019 में छोड़ी थी भाजपा
जोगी राम सिहाग 2019 में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर जजपा में शामिल हुए थे। 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्र पुनिया को हराया था। हिसार की बरवाला विधानसभा सीट से जोगी राम सिहाग ने 45 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। हरियाणा के हिसार में जन्में जोगी राम सिहाग किसान परिवार से आते हैं, वह 12वीं पास हैं।
पाला राम सैनी भी छोड़ चुके पार्टी
कैथल से जननायक जनता पार्टी के नेता पालाराम सैनी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने जजपा पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ा था। अब मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मेरे साथी नेताओं ने मुझ पर दबाव बनाया। जजपा के जिला अध्यक्ष रणदीप कौल ने चुनाव के दौरान पार्टी और मेरा साथ नहीं दिया। अपने साथियों और कार्यकर्ताओं से सलाह मशविरा करने के बाद अगला कदम उठाया जाएगा।
बता दें कि पाला राम सैनी ने भाजपा को अलविदा कर जजपा ज्वाइन की थी। अब एक बार फिर से पाला राम सैनी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। पाला राम ने पार्टी छोड़ने की घोषणा रविवार को एक निजी होटल में पत्रकार वार्ता करके दी है। पाला राम सैनी ने कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा था। आज उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
2021 में छोड़ी थी भाजपा, 2022 के अंत में जजपा में हुए थे शामिल
पाला राम सैनी ने करीब दो साल पहले ही 21 जुलाई 2022 में जजपा को ज्वाइन किया था जबकि इससे पहले वर्ष 2021 में भाजपा को छोड़ दिया था। वहीं, जून 2022 में हुए नगर निकाय के चुनावों के तहत कैथल नगर परिषद से उनकी धर्मपत्नी पुष्पा सैनी ने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था।