शिवपाल यादव, अजय राय। – फोटो : एएनआई (फाइल)
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कोविशील्ड टीके के साइड इफेक्ट के मुद्दे पर मंगलवार को सियासी घमासान छिड़ गया। जिसमें समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने टीके के निर्माता से कमीशन लिया। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने केंद्र पर देश के लोगों को गलत टीका देने का आरोप लगाया। राजद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि दिल का दौरा पड़ने से मरने वाले लोगों के लिए कौन जिम्मेदार होगा?
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर मोदी पर हमला किया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया है। यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने पूछा, क्या यही मोदी की गारंटी है?
टीका बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में पहली माना है कि कोविड-19 की उसकी वैक्सीन से टीटीएस जैसे दुर्लभ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। टीटीएस यानी थ्रोम्बोसइटोपेनिया सिंड्रोम शरीर में खून के थक्के जमने की जमने की वजह बनती है। इससे पीड़ित व्यक्ति को स्ट्रोक, हृदयगति थमने जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
भारत में एस्ट्रोजेनेका टीका का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया गया था। इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला करते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने कहा, अब यह उजागर हो गया है कि उन्होंने टीकों में भी कमीशन लिया है। लोगों को घटिया गुणवत्ता वाले गुणवत्ता वाले टीके और दवाएं दी गईं। शिवपाल यादव उत्तर प्रदेश के एटा में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने कहा कि देश में लोगों को जबरन कोविड टीके लगाए गए। उन्होंने कहा, (भाजपा द्वारा) 200-300 करोड़ रुपये का दान लिया गया और उन्हें (कंपनी को) टीका बेचने की अनुमति दी गई। लोगों को जबरन टीके लगाए गए। मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार डिंपल ने कहा कि टीका निर्माण में भ्रष्टाचार सामने आया है जिसके कारण लोग अब मर रहे हैं।