गंगटोक, सांसद-विधायक बनने के लिए लोग क्या नहीं करते. पूरी ताकत लगा देते हैं. कई लोग तो 2-2 जगह से चुनाव लड़ते हैं, ताकि कहीं से तो जीत जाएं और सदन पहुंच जाएं. लेकिन अपने ही देश में एक मुख्यमंत्री की पत्नी ने ऐसा उदाहरण पेश किया है, जिसे जानने के बाद आपके मुंह से सिर्फ इतना निकलेगा.. गजब का समर्पण.
हम बात कर रहे सिक्किम की. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) ने यहां सारे रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए क्लीन स्वीप किया. पार्टी ने 32 में से 31 सीटें अपने नाम कर ली. 25 साल (1994-2019) सत्ता में रहे सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) को ऐसी धूल चटाई कि कई बार के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने दो सीटों से चुनाव लड़े और वे दोनों से हार गए. भाजपा और कांग्रेस को तो यहां एक भी सीट नहीं मिली.
सीएम ने खुद बताई वजह
भारी विजय के बाद पार्टी प्रमुख प्रेम सिंह तमांग लगातार दूसरी बार सिक्किम के मुख्यमंत्री चुने गए. 10 जून को उन्होंने शपथ ली. तमांग की पत्नी कृष्णा कुमारी राय भी नामची-सिंघीथांग विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरी थीं, और उन्होंने भी शानदार जीत दर्ज की. लेकिन शपथ ग्रहण के अगले ही दिन मुख्यमंत्री की पत्नी कृष्णा कुमारी राय ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उनका इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया गया है. लेकिन इसकी वजह बेहद दिलचस्प है. खुद मुख्यमंत्री ने इसके बारे में बताया.
कोई कार्यकर्ता उनकी जगह उतरेगा मैदान में
सीएम तमांग ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा, मेरी पत्नी के इस्तीफे की खबर के संबंध में… मैं सिक्किम के प्रिय और सम्मानित लोगों को बताना चाहता हूं कि उन्होंने पार्टी के कल्याण और उद्देश्यों को प्राथमिकता देते हुए पार्टी के सर्वसम्मत निर्णय के अनुरूप अपनी सीट खाली कर दी है. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एसकेएम पार्टी की संसदीय समिति के कहने पर ही उन्होंने हमारी पार्टी के लिए चुनाव लड़ा था. हमारी पार्टी की ओर से अध्यक्ष के रूप में मैं उनके समर्पण और अटूट समर्थन के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं’ अब उनकी जगह कोई और कार्यकर्ता मैदान में उतरेगा.
लोगों का अपना विधायक होगा
सिक्कम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) प्रमुख ने कहा कि पार्टी सिक्किम के लोगों की सेवा करने के लिए वास्तविक और समर्पित पदाधिकारियों को अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है. नामची-सिंघीथांग विधानसभा क्षेत्र के बारे में भी हमारी यही राय है. हम वहां एक ऐसा कार्यकर्ता उतारेंगे जो वहां के निवासियों के लिए पूरी तरह समर्पित होगा. उनके हितों का ख्याल रखेगा. मुख्यमंत्री की पत्नी के इस फैसले की खूब चर्चा हो रही है. लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं. कृष्णा कुमारी राय ने भी कहा, पार्टी हित उनके लिए सबसे ऊपर है. वे चाहती हैं कि कोई कार्यकर्ता इस सीट को संभाले. क्योंकि लोगों का भरोसा हम पर है.
FIRST PUBLISHED :
June 13, 2024, 23:47 IST