वाराणसी में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने विकास भवन के कई विभागों का निरीक्षण किया। कर्मचारियों की उपस्थित और कार्य की गुणवत्ता जांचने पहुंचे सीडीओ को नजारा ही अलग मिला। सभी विभागों के प्रमुख कर्मचारी पटल पर नहीं थे।
.
जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, सहकारिता , लघु सिंचाई एवं अपर जिला विकास अधिकारी समाज कल्याण के कार्यालय के कई कर्मचारी अपनी कुर्सी से गायब मिला। दफ्तर की अवधि के बावजूद कर्मी आफिस नहीं आए थे, जिस पर सीडीओ ने नाराजगी जताई।
सीडीओ को निरीक्षण में 15 कर्मचारी गायब मिले, जिनका वेतन रोकते हुए नोटिस जारी किया गया है। इन सभी से समय से दफ्तर नहीं आने के कारण पूछते हुए तीन दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। निरीक्षण के बाद विकास भवन के अन्य कार्यालयों में हड़कंप की स्थिति रही।
सीडीओ हिमांशु नागपाल ने विकास भवन के विभागों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता शेखर शरण, मयंक चौधरी, प्रज्ञा परमिता सहित कुल आठ कर्मचारियों अनुपस्थित पाए गए।
इसके बाद सीडीओ पंचायती राज विभाग में पहुंचे तो नित्यानंद, अभिषेक कुमार सिंह डीसी , राघवेंद्र डीपीएम भी अपने पटल से नदारद थे। सहकारिता विभाग के कार्यालय सहायक तस्लीम फातिमा, विजयलक्ष्मी, विकास कुमार, कन्हैयालाल भी 10.30 बजे तक आफिस नहीं आए थे। लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता प्रवीण गौतम, कार्यालय सहायक प्रदीप कुमार सिंह एवं समाज कल्याण के कार्यालय सहायक पवन कुमार, श्याम बिहारी, राजेश कुमार भी कार्यालय से अनुपस्थित पाए गए।
नोटिस देकर मांगा स्पष्टीकरण
मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने समस्त अधिकारी/ कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकते हुए तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा लघु सिंचाई विभाग, पशुपालन विभाग, आर ई एस , सहकारिता विभागों में पटल सहायकों द्वारा अभिलेखों का रख-रखाव सही नहीं पाए जाने पर नाराजगी जताई। साफ- सफाई की स्थिति अत्यंत खराब पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए चेतावनी भी दी। अभिलेखों का रख-रखाव व्यवस्थित करने एवं नियमित साफ- सफाई करने के निर्देश दिए ।