न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, पटना Published by: कृष्ण बल्लभ नारायण Updated Sun, 29 Dec 2024 11:16 PM IST
Prashant Kishor News : बीपीएससी परीक्षा रद्द कराने की मांग पर आंदोलन कर रहे छात्रों के बीच से जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर भले गायब हो गए, लेकिन प्रतिबंधित स्थल पर प्रदर्शन-उपद्रव के केस में वह फंस गए हैं।
पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह और प्रशांत किशोर। – फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विस्तार
जिला प्रशासन ने प्रशांत किशोर सहित कुल 21 लोगों को नामजद करते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। साथ ही लगभग 600–700 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी सरकारी आदेश की अवहेलना कर अनधिकृत रूप से लोगों की भीड़ इकट्ठा कर उन्हें उकसाने और विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने के आरोप में दर्ज की गई है।
अभ्यर्थियों को उकसाने और विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने का लगा है आरोप
प्राथमिकी के संबंध में जिला प्रशासन का कहना है कि 28 दिसंबर को 05:30 बजे शाम में जन सुराज पार्टी ने पटना के गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के सामने छात्र संसद के आयोजन की सूचना जारी की थी। कुछ घंटों के बाद पटना जिला प्रशासन ने नियमानुसार अस्वीकृत करते हुए आवेदक को ससमय सूचित कर दिया था। प्रशासन का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी 29 दिसंबर 2024 को प्रशांत किशोर ने गांधी मूर्ति के समीप अनधिकृत रूप से भीड़ को इकट्ठा कर उन्हें उकसाया और विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न की। जिला प्रशासन का यह भी आरोप है कि प्रदर्शनकारियों के साथ प्रशांत किशोर ने जेपी गोलंबर तक बिना अनुमति के जुलूस निकाला और सड़क जाम किया। इतना ही नहीं वहां पर कर्तव्य पर मुस्तैद दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ धक्का–मुक्की भी की। इन लोगों पर यह भी आरोप है कि भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा लगाए गए लाउड स्पीकर को भी इनलोगों ने क्षतिग्रस्त किया। प्रशासन के द्वारा बार–बार अनुरोध करने के बाद भी इन लोगों ने प्रशासन के दिशा–निदेशों का उल्लंघन करते हुए लोक व्यवस्था को भंग किया।
डेलीगेशन के लिए नाम भी नहीं दिए
जिला प्रशासन का कहना है कि जब भीड़ बेक़ाबू हो गई तब जेपी गोलंबर के पास भीड़ को छोड़ कर वे (प्रशांत किशोर) निकल लिए। उनलोगों के द्वारा मुख्य सचिव को ज्ञापन देने के लिए पांच लोगों का डेलीगेशन भेजने की बात की गई, परंतु आपसी सहमति नहीं बनने के कारण लोगों का नाम भी नहीं दिया गया।
21 नामजद एवं लगभग 700 अज्ञात लोगों के विरुद्ध की गई प्राथमिकी दर्ज
जिला प्रशासन का कहना है कि अंत में लगभग 100 की संख्या में लोग जेपी गोलंबर से हटने को तैयार नहीं थे। इसलिए प्रशासन के द्वारा पानी की बौछार और हल्का बल प्रयोग कर इन्हें हटाया गया और स्थिति को सामान्य किया गया। अनधिकृत रूप से भीड़ को इकट्ठा करने, लोगों को उकसाने और विधि–व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने के आरोप में 21 नामजद एवं 600 से 700 अज्ञात लोगों के विरुद्ध गांधी मैदान थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। कानून-व्यवस्था को भंग करने के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
जानिए किस पर हुआ मामला दर्ज
1.मनोज भारती (अध्यक्ष जन सुराज पार्टी)
2.रह्मांशु मिश्रा, कोचिंग संचालक
3. निखिल मणि तिवारी
4. सुभाष कुमार ठाकुर
5. शुभम स्नेहिल
6. प्रशांत किशोर (एवं 2 बाउंसर जो प्रशांत किशोर के साथ थे)
7. आनंद मिश्रा
8. आर के मिश्रा ( राकेश कुमार मिश्रा )
9. विष्णु कुमार
10. सुजीत कुमार (सुनामी कोचिंग)
सहित कुल 21 नामजद और 600–700 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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