हिंदी न्यूज़फोटो गैलरीहेल्थAQI Alert In Delhi NCR: एयर पॉल्यूशन के कारण दिल की बीमारियों का बढ़ रहा है खतरा, जानें लक्षण
AQI Alert In Delhi NCR: एयर पॉल्यूशन के कारण दिल की बीमारियों का बढ़ रहा है खतरा, जानें लक्षण
दिल्ली एनसीआर की एयर क्वालिटी काफी ज्यादा खराब हो गई है. आज हम इससे होने वाली खतरनाक दिल की बीमारी के बारे में विस्तार से बात करेंगे. जानें इसके लक्षण
By : एबीपी लाइव | Updated at : 28 Oct 2024 05:38 PM (IST)
खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतों में बदलाव इन दिनों लोगों को कई तरह की समस्याओं का शिकार बना रहे हैं. इन्हीं समस्याओं में से एक है दिल की बीमारी. जो इन दिनों कई लोगों को परेशान कर रही है. हाल के दिनों में हार्ट अटैक के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है.हार्ट अटैक एक मेडिकल इमरजेंसी है. जिसमें खून का थक्का जमने से दिल में रक्त का प्रवाह रुक जाता है और दिल के ऊतकों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है.
दुनिया की लगभग 91% आबादी ऐसे इलाकों में रहती है जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक WHO की सिफारिशों से ज़्यादा है. एयर पॉल्यूशन विकलांगता के लिए सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारकों में से एक है. साथ ही हाई बीपी, धूम्रपान और डायबिटीज जैसी बीमारी का जोखिम बढ़ता है. यह हृदय रोग (सीवीडी) के लिए भी एक प्रमुख जोखिम कारक है. जो वैश्विक स्तर पर हर तीन मौतों में से एक के लिए ज़िम्मेदार है.
रिसर्चर ने PM 2.5 और हृदय संबंधी मौतों के बीच संबंध का पता लगाया. उन्होंने पाया कि 1990 और 2019 के बीच, PM 2.5 के कारण समय से पहले हृदय रोग से होने वाली मौतों और विकलांगता के वर्षों की संख्या में वैश्विक स्तर पर 31% की वृद्धि हुई है. आइए जानते हैं कि वायु प्रदूषण से दिल का दौरा कैसे पड़ता है और इससे कैसे बचा जा सकता है. वायु प्रदूषण खतरनाक क्यों है?
लगातार बढ़ता प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रहा है. हार्ट फेल के मामलों में वायु प्रदूषण हृदय की पंपिंग क्षमता को और कम कर सकता है. इन प्रभावों को ट्रिगर करने के लिए सबसे बड़ी चिंता प्रदूषण के बहुत छोटे कण हैं. जो स्वच्छ हवा में धुंध, धुएं और धूल के रूप में पाए जाते हैं. किन लोगों को ज़्यादा खतरा है?
वायु प्रदूषण के कारण कई लोगों को हार्ट अटैक का खतरा रहता है. इनमें बुजुर्ग और हृदय रोग या स्ट्रोक के जोखिम वाले लोग ज़्यादा जोखिम में हो सकते हैं. इसके अलावा हार्ट अटैक, एनजाइना, बाईपास सर्जरी, स्टेंट के साथ या बिना एंजियोप्लास्टी, स्ट्रोक, गर्दन या पैर की धमनियों में ब्लॉकेज, हार्ट फेलियर, डायबिटीज़ या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज़ वाले लोगों को ज़्यादा जोखिम है.
अगर आप 45 साल या उससे ज़्यादा उम्र के पुरुष हैं या 55 साल या उससे ज़्यादा उम्र की महिला हैं. तो आपको इस बीमारी का ज़्यादा जोखिम है.आपके परिवार में स्ट्रोक या शुरुआती हृदय रोग का इतिहास रहा है.अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर या हाई कोलेस्ट्रॉल है, तो भी आपको ज़्यादा जोखिम है.अगर आपका वज़न ज़्यादा है या आप शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं हैं और अगर आप सिगरेट पीते हैं.अगर आपको हृदय रोग है या स्ट्रोक हुआ है, तो अपने डॉक्टर से वायु प्रदूषण से बचने के बारे में सलाह लें.
अगर आपको हृदय रोग या स्ट्रोक का खतरा है और आप व्यायाम आदि करने की योजना बना रहे हैं. तो पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात करें.इससे बचना है तो आप अपनी लाइफस्टाइल और खानपान का खास ख्याल रखें.
Published at : 28 Oct 2024 05:35 PM (IST)
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