वॉशिंगटन: वैज्ञानिकों ने एक निएंडरथल महिला के चेहरे को फिर से बनाया है, जो 75000 साल पहले पृथ्वी पर रहती थी। इस महिला का चेहरा इराकी कुर्दिस्तान की शनिदर गुफा में मिली खोपड़ी के खंडित अवशेषों के आधार पर बनाया गया है। यह गुफा एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है जहां 1950 के दशक में कम से कम दस निएंडरथल व्यक्तियों के अवशेष खोजे गए थे। हालांकि, हालिया खोज ने इंसानों के प्राचीन रिश्तेदारों की उपस्थिति की एक अभूतपूर्व झलक प्रदान की है।
200 टुकड़े जोड़कर बनाई गई खोपड़ी
यह खोपड़ी शनिदर ज़ेड नाम की एक महिला की थी। शुरू में यह खोपड़ी एक पैनकेक की तरह सपाट थी, जो एक चट्टा की वजन के नीचे कुचली गई थी। यह चट्टान युगों पहले खुफा के छत से गिरी थी। जब खुदाई की गई तो हड्डियां इतनी नाजुक थीं कि उनमें “चाय में अच्छी तरह से डुबाए गए बिस्किट” जैसी स्थिरता थी। खोपड़ी के 200 टुकड़ों को एक साथ जोड़ने में एक पुरातत्विक वैज्ञानिकों को एक वर्ष से अधिक समय तक सावधानीपूर्वक प्रयास करना पड़ा।
ऐसे बना 75000 साल पुरानी महिला का चेहरा
एक बार जब खोपड़ी को फिर से जोड़ा गया, तो विशेषज्ञ पेलियोकलाकारों ने एक 3डी मॉडल बनाने का काम किया, जिसमें उस महिला का चेहरा दिया गया जो हमसे हजारों साल पहले जीवित थी। यह मॉडल सिर्फ एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं है बल्कि हमें अतीत की मानव प्रजाति से जोड़ने वाला एक पुल भी है। परियोजना में शामिल कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की जीवाश्म विज्ञानी डॉ. एम्मा पोमेरॉय ने ऐसे विशेष व्यक्ति के अवशेषों के साथ काम करने का उत्साह और विशेषाधिकार व्यक्त किया।
होमो सेपियन्स से अलग प्रजाति थी निएंडरथल
चेहरे का यह पुनर्निर्माण नेटफ्लिक्स के लिए बीबीसी स्टूडियो की डॉक्यूमेंट्री, “सीक्रेट्स ऑफ़ द निएंडरथल्स” का हिस्सा है, जो इन लंबे समय से खोए हुए विकासवादी इंसानों के बारे में हमारी समझ का पता लगाता है। निएंडरथल, होमो सेपियन्स से एक अलग प्रजाति है, दो हमारे साथ कई समानताएं साझा करती थीं और लगभग 40,000 साल पहले विलुप्त होने से पहले हजारों वर्षों तक शुरुआती आधुनिक मनुष्यों के साथ रहती थीं।