Monday, January 6, 2025
Monday, January 6, 2025
Home इंडिया 38 साल पहले अकेले कुख्यात डकैत को मार गिराने वाले यूपी के पुलिसकर्मी को आखिरकार मिला सम्मान, सुप्रीम कोर्ट ने 5 लाख रुपए की राशि भी दिलवाई

38 साल पहले अकेले कुख्यात डकैत को मार गिराने वाले यूपी के पुलिसकर्मी को आखिरकार मिला सम्मान, सुप्रीम कोर्ट ने 5 लाख रुपए की राशि भी दिलवाई

by
0 comment

हिंदी न्यूज़न्यूज़इंडिया38 साल पहले अकेले कुख्यात डकैत को मार गिराने वाले यूपी के पुलिसकर्मी को आखिरकार मिला सम्मान, सुप्रीम कोर्ट ने 5 लाख रुपए की राशि भी दिलवाई

38 साल पहले अकेले कुख्यात डकैत को मार गिराने वाले यूपी के पुलिसकर्मी को आखिरकार मिला सम्मान, सुप्रीम कोर्ट ने 5 लाख रुपए की राशि भी दिलवाई

राम औतार ने ड्यूटी पर न होते हुए भी जो बहादुरी दिखाई, उसके लिए उन्हें तारीफ तो बहुत मिली, लेकिन कोई आधिकारिक सम्मान नहीं मिला.

By : निपुण सहगल | Edited By: Neelam Rajput | Updated at : 04 Dec 2024 05:44 PM (IST)

84 साल के वृद्ध ने अपने सम्मान की लड़ाई लड़ी और आखिरकार देश की सबसे बड़ी अदालत से अपना अधिकार पाया. अकेले कुख्यात डकैतों से भिड़ कर लोगों की जानमाल की रक्षा करने वाले इस बहादुर शख्स को इस सम्मान के लिए 38 साल इंतज़ार करना पड़ा. इस कहानी के नायक हैं उत्तर प्रदेश के रिटायर्ड पुलिसकर्मी राम औतार सिंह यादव. उनके सम्मान की इस लड़ाई में सुप्रीम कोर्ट के जजों और वरिष्ठ वकील राना मुखर्जी की भी अहम भूमिका रही.

घटना 10 मार्च 1986 की है. बांदा ज़िले के बिसंडा थाने के थाना अधिकारी राम औतार सिंह यादव पुलिस हेडक्वार्टर से बस के ज़रिए अपने थाने लौट रहे थे. यात्रियों से भरी बस अचानक गदरा नाला के पास रुक गई क्योंकि आगे डाकुओं ने पत्थरों से रास्ता बंद कर दिया था. डकैतों ने लूटपाट के इरादे से फायरिंग शुरू कर दी. राम औतार के पास उनका सर्विस हथियार मौजूद था. उन्होंने यात्रियों की रक्षा के लिए डकैतों से मुकाबला शुरू कर दिया. उनकी एक गोली एक डाकू को लगी और वह मारा गया. बाद में उसकी पहचान कुख्यात हिस्ट्रीशीटर डकैत छिदवा उर्फ सिधवा के तौर पर हुई.

राम औतार ने ड्यूटी पर न होते हुए भी जो बहादुरी दिखाई, उसके लिए उन्हें तारीफ तो बहुत मिली, लेकिन कोई आधिकारिक सम्मान नहीं मिला. 1989 में झांसी रेंज के डीआईजी ने उनके नाम की सिफारिश राष्ट्रपति पुलिस मेडल के लिए की. इसके बाद राम औतार ने डीजीपी समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखे, लेकिन मामला सरकारी लालफीताशाही में उलझा रहा. उन्हें बताया गया कि घटना की जांच जारी है.

1999 में राम औतार सिंह यादव रिटायर हो गए. इसके बाद भी उन्होंने अपने सम्मान की लड़ाई नहीं छोड़ी. वह ज़िले और राज्य के बड़े अधिकारियों को चिट्ठी लिखते रहे. उन्होंने RTI आवेदन भी दाखिल किए. 2011 में सर्विस ट्रिब्यूनल में में याचिका दाखिल की, जो 2013 में खारिज हो गई. 2017 में उन्होंने राष्ट्रपति भवन भी चिट्ठी भेजी. चीफ सेक्रेट्री कार्यालय से भी संपर्क साधा. उन्हें बताया गया कि मामला 3 दशक पुराना है, उसका रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं.

केंद्रीय सूचना आयोग से भी अपील खारिज होने के बाद राम औतार ने 2023 में इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की. हाई कोर्ट ने इसे 34 साल की देरी से दाखिल बता कर खारिज कर दिया. इसके बाद वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. फरवरी 2024 में जस्टिस दीपांकर दत्ता की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच ने यूपी सरकार को नोटिस जारी किया. याचिकाकर्ता की सहायता के लिए वरिष्ठ वकील राना मुखर्जी को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया.

देश की सबसे बड़ी अदालत के नोटिस के बाद यूपी सरकार हरकत में आई. जस्टिस सूर्य कांत की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच के सामने हुई सुनवाई में यूपी सरकार की तरफ से बताया गया कि 18 अक्टूबर 2024 को राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) की तरफ से राम औतार के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र दिया गया है. राज्य सरकार 1 लाख रुपए की सम्मान राशि भी उन्हें देने जा रही है. इस पर जस्टिस सूर्य कांत ने कहा कि राज्य ने पुलिसकर्मी को सम्मानित किया, यह अच्छी बात है. लेकिन सम्मान राशि को बढ़ा कर 5 लाख रुपए कर दिया जाए.

यह भी पढ़ें:-
‘क्या चाहते हैं भ्रष्टाचारी को जमानत देकर…’, पार्थ चटर्जी के लिए बहस करते जा रहे थे रोहतगी तो ऊंची आवाज में जस्टिस सूर्यकांत ने लगा दी फटकार

Published at : 04 Dec 2024 05:44 PM (IST)

हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें

ट्रेंडिंग न्यूज

टॉप हेडलाइंस

38 साल पहले अकेले कुख्यात डकैत को मार गिराने वाले यूपी के पुलिसकर्मी को आखिरकार मिला सम्मान, सुप्रीम कोर्ट ने 5 लाख रुपए की राशि भी दिलवाई

38 साल पहले अकेले कुख्यात डकैत को मार गिराने वाले यूपी के पुलिसकर्मी को आखिरकार मिला सम्मान, सुप्रीम कोर्ट ने 5 लाख रुपए की राशि भी दिलवाई

'दादा को सुबह-शाम शपथ लेने का अनुभव है', अजित पवार पर एकनाथ शिंदे के बयान से लगे ठहाके, वीडियो वायरल

‘दादा को सुबह-शाम शपथ लेने का अनुभव है’, अजित पवार पर एकनाथ शिंदे के बयान से लगे ठहाके, वीडियो वायरल

अली फजल-ऋचा चड्ढा की 'गर्ल्स विल बी गर्ल्स' की रिलीज डेट से उठा पर्दा, जानें कब और कहां स्ट्रीम होगी फिल्म

अली फजल-ऋचा चड्ढा की ‘गर्ल्स विल बी गर्ल्स’ की रिलीज डेट से उठा पर्दा

Sara Tendulkar Director: सारा तेंदुलकर को मिली बड़ी जिम्मेदारी, लंदन से पढ़ाई के बाद बनाया गया डायरेक्टर, सचिन ने की घोषणा

सारा तेंदुलकर को मिली बड़ी जिम्मेदारी, इस फाउंडेशन का बना दिया डायरेक्टर

ABP Premium

वीडियोज

Delhi News: 'दिल्ली में कानून व्यवस्था बदतर होगी है'- Arvind KejriwalAnupamaa: SHOCKING ! अनुपमा के फैंस को लगा बड़ा झटका Anuj aka Gaurav Khanna की शो से Exit !Maharashtra New CM: महायुति ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, शपथ के पहले क्या बोले Devendra FadnavisMaharashtra New CM: 'हम हंसते-खेलते नई सरकार बना रहे हैं...'- Eknath Shinde | Breaking News

फोटो गैलरी

ट्रेडिंग ओपीनियन

तहसीन मुनव्वर

तहसीन मुनव्वरवरिष्ठ पत्रकार

You Might Be Interested In

You may also like

Leave a Comment

About Us

Welcome to janashakti.news/hi, your trusted source for breaking news, insightful analysis, and captivating stories from around the globe. Whether you’re seeking updates on politics, technology, sports, entertainment, or beyond, we deliver timely and reliable coverage to keep you informed and engaged.

@2024 – All Right Reserved – janashakti.news/hi

Adblock Detected

Please support us by disabling your AdBlocker extension from your browsers for our website.