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Union Budget 2025, General Knowledge: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी 1 फरवरी 2025 को संसद में बजट पेश करेंगी. आज हर कोई इसी की चर्चा कर रहा है. बजट का असर सिर्फ टैक्स पर ही नहीं, बल्कि देश की आर्…और पढ़ें
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Union Budget 2025: बजट से जुड़े कुछ तथ्य काफी दिलचस्प हैं
हाइलाइट्स
- निर्मला सीतारमण 2025 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी.
- बजट 1 फरवरी को सुबह 11 बजे पेश किया जाता है.
- बजट से पहले हलवा सेरेमनी होती है.
नई दिल्ली (Union Budget 2025, General Knowledge). वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में केंद्रीय बजट 2025 पेश करेंगी. यह उनका 8वां बजट है. इस साल निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट के साथ ही कई खास रिकॉर्ड भी स्थापित करेंगी (Nirmala Sitharaman). सबसे लंबे और सबसे छोटे बजट भाषण का रिकॉर्ड कायम करने के बाद आज उनका नाम सबसे ज्यादा बजट पेश करने वाले वित्त मंत्रियों की लिस्ट में भी शामिल हो जाएगा. भारतीय बजट का इतिहास सालों पुराना है.
बजट 01 फरवरी को सुबह 11 बजे पेश किया जाता है (Union Budget Time 2025). बजट का इतिहास जितना रोचक है, उतनी ही दिलचस्प हैं इसके साथ जुड़ी हुई कुछ परंपराएं. केंद्रीय बजट जारी करने के लिए कई नियम बनाए गए हैं. इनमें से कुछ के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे तो कुछ आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे (Union Budget Expectations). केंद्रीय बजट 2025 जारी होने से पहले जानिए इससे जुड़े कुछ खास फैक्ट्स.
Budget Facts: केंद्रीय बजट से जुड़े 10 फैक्ट्स
1- Budget Halwa Ceremony: बजट से पहले हलवा क्यों खिलाया जाता है?
भारतीय किसी भी जरूरी और अच्छे काम की शुरुआत कुछ मीठा खाने के साथ करते हैं. केंद्रीय बजट पेश करने से पहले भी इस रस्म को निभाया जाता है. बजट पेश करने से पहले हलवा सेरेमनी आयोजित की जाती है. यह हलवा वित्त मंत्रालय में तैयार किया जाता है और इसे मंत्रालय के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को खिलाया जाता है. हलवा सेरेमनी की परंपरा देश की आजादी के बाद शुरू की गई थी और इसे आज तक निभाया जा रहा है. हलवा रस्म के साथ ‘लॉक-इन पीरियड’ भी शुरू हो जाता है.
2- First Budget of India: भारत का पहला बजट कब पेश किया गया था?
देश का पहला बजट आजादी के बाद नहीं, बल्कि उससे पहले पेश किया गया था. भारत का पहला बजट साल 1860 में तब के वित्त मंत्री जेम्स विल्सन पेश किया था. यह ब्रिटिश सरकार के अंतर्गत था. इस बजट के जरिए ब्रिटिश सरकार के राज्य कोष को बढ़ाने की कोशिश की गई थी. देश की आजादी के बाद भारत का पहला बजट साल 1947 में पेश किया गया था (First Budget of Independent India). यह अंतरिम बजट था (Interim Budget). इसे आरके शनमुखम शेट्टी ने पेश किया था.
3- वित्त मंत्री से पहले बजट की जिम्मेदारी किसके ऊपर थी?
अब केंद्रीय बजट देश के वित्त मंत्री पेश करते हैं. लेकिन पहले ऐसा नहीं था. कई साल पहले तक भारत के प्रधानमंत्री संसद में बजट पेश करते थे. हालांकि, जब भी प्रधानमंत्री ने बजट पेश किया तो उसके पीछे कई कारण रहे. कई बार वित्त मंत्री के इस्तीफे की वजह से भी बजट पेश करने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री को सौंप दी जाती है. साल 1958 में जवाहर लाल नेहरू, साल 1970 में इंदिरा गांधी और 1987-88 में राजीव गांधी ने केंद्रीय बजट पेश किया था.
4- बजट में लाल रंग का ब्रीफकेस क्यों इस्तेमाल किया जाता है?
बजट में लाल रंग के ब्रीफकेस या फाइल का कनेक्शन अंग्रेजों के जमाने से जुड़ा हुआ है. रिपोर्ट्स की मानें तो साल 1860 में जब ब्रिटिश सरकार ने पहली बार बजट पेश किया था तो चमड़े के लाल बैग का इस्तेमाल किया था. बजट में अहम घोषणाएं होती हैं. इसलिए इससे जुड़े डॉक्यूमेंट्स को रखने वाला बैग या फाइल भी खास होते हैं. माना जाता है कि अब इसीलिए लाल रंग के बैग या फाइल का इस्तेमाल किया जाता है. यह दिखने में आकर्षक और अलग भी होता है.
5- Budget Weird Rules: बजट बनाने वाले अधिकारियों को लॉक क्यों किया जाता है?
बजट बनाने वाली टीम को संसद में बजट पेश होने से पहले वित्त मंत्रालय के बेसमेंट में एक हफ्ते के लिए लॉक करके रखा जाता है. इससे बजट से जुड़े डॉक्यूमेंट्स को लीक होने से बचाया जाता है. पहले यह अवधि दो हफ्ते की थी. बजट बनाने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के मोबाइल फोन तक जब्त कर लिए जाते हैं. इस 1 हफ्ते की लॉक इन अवधि में उन्हें किसी से मिलने की इजाजत नहीं दी जाती है. वे अपने घर तक भी नहीं जा सकते हैं.
6- Aam Budget Date: आम बजट 1 फरवरी को ही क्यों पेश किया जाता है?
भारत सरकार केंद्रीय बजट 1 फरवरी को पेश करती है. लेकिन पहले ऐसा नहीं होता था. 2017 से पहले बजट 28 फरवरी यानी फरवरी के आखिरी दिन पेश किया जाता था. हालांकि साल 2017 में मोदी सरकार के तत्कालीन वित्तमंत्री अरुण जेटली ने फरवरी अंत के बजाय 1 फरवरी को बजट पेश करने की परंपरा शुरू की. ब्रिटिशकाल के समय से चली आ रही इस प्रथा को मोदी सरकार के पहले कार्यकाल यानी 2017 में बदल दिया गया.
7- Union Budget Date: बजट की तारीख क्यों बदली गई?
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट की तारीख बदलने के पीछे 2 कारण बताए थे. पहला, बजट पेश करने और लागू होने के बीच समय का कम अंतर होना. बजट मई में लागू किया जाता है. 28 फरवरी के बजाय 1 फरवरी को बजट पेश करने से अंतराल बढ़ जाता है. दूसरा, रेल बजट का भी आम बजट में विलय हो जाना. पहले रेल बजट आम बजट से अलग पेश किया जाता था. विलय के कारण आम बजट को लागू होने के लिए नए नियम लागू करने और नए बदलाव के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है.
8- Union Budget Timing: बजट 11 बजे क्यों पेश किया जाता है?
अंग्रेजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आम बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था. दरअसल, जब भारत में शाम के 5 बजते थे, तब ब्रिटेन में दोपहर के करीब 12.30 बजे का समय होता था. 1999 में अटल बिहार वाजपेई की सरकार ने बजट टाइमिंग में बदलाव किया था. उस समय के वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने पहली बार शाम 5 बजे के बजाय सुबह 11 बजे बजट पेश किया था. तब उन्होंने कहा था- भारत अब आजाद है, ब्रिटेन के अधीन नहीं है. इसलिए वह अपने हिसाब से समय तय कर सकता है.
9- Budget in Red Bag: बजट के डॉक्यूमेंट चमड़े के बैग में क्यों रखे जाते थे?
बजट फ्रेंच शब्द ‘बौगेट’ (Bougette) से बना है. इसका मतलब चमड़े का थैला होता है. पहले रुपये रखने के लिए ऐसे ही बैग का इस्तेमाल किया जाता था. इसी चमड़े के थैले में बजट के डॉक्यूमेंट रखे जाते थे. इसलिए वित्त विधेयक का नाम भी बजट पड़ गया. स्वतंत्रता के बाद पहला बजट 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया था. तत्कालीन वित्त मंत्री आरके षनमुखम चेट्टी भी अंग्रेजों की तरह चमड़े के बैग में बजट रखकर संसद आए थे. साल 2018 तक चमड़े के बैग या ब्रीफकेस की परंपरा कायम रही थी.
10- Paperless Budget: पेपरलेस बजट क्या है?
5 जुलाई 2019 को निर्मला सीतारमण ने चमड़े वाले बैग की परंपरा को बदल दिया था. उस साल वे चमड़े के बैग की जगह लाल रंग के कपड़े में बजट के दस्तावेज लेकर संसद आईं थीं. लाल रंग के इस कवर पर भारत का राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न ‘अशोक स्तंभ’ अंकित था. लाल रंग के कपड़े के कवर में बजट को रखने का तर्क था कि यह बजट नहीं, बल्कि हिंदू परंपरा के अनुसार बही-खाता है. फिर 1 फरवरी 2021 को निर्मला सीतारमण ने लाल रंग के कपड़े में लिपटे ‘टैबलेट’ से बजट पेश किया था. यह पहला ‘पेपरलेस बजट’ था.
First Published :
February 01, 2025, 09:47 IST