Saturday, March 1, 2025
Saturday, March 1, 2025
Home होली बाद एमपी में हीट वेव, पारा 2-3 डिग्री बढ़ेगा:ग्वालियर-चंबल सबसे गर्म; भोपाल-इंदौर में मावठा गिरने का अनुमान

होली बाद एमपी में हीट वेव, पारा 2-3 डिग्री बढ़ेगा:ग्वालियर-चंबल सबसे गर्म; भोपाल-इंदौर में मावठा गिरने का अनुमान

by
0 comment

मध्यप्रदेश में 15 मार्च के बाद हीट वेव यानी, गर्म हवाएं चलने लगेगी। वहीं, दिन-रात का तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री ज्यादा रहेगा। इस दौरान ग्वालियर-चंबल सबसे गर्म रहेंगे, जबकि भोपाल, इंदौर-उज्जैन में मावठा गिर सकता है।

.

मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। अगले 4 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन तक हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। हालांकि, अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है।

मौसम विभाग भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, मार्च में 5 दिन तक गर्म हवा चलने की संभावना है। 15 मार्च के बाद जब शहरों में पारा 40 डिग्री से अधिक पहुंचेगा, तब गर्म हवा का असर देखने को मिलेगा।

होली के बाद पारे में और भी बढ़ोतरी होगी होली के बाद दिन के पारे में और भी बढ़ोतरी हो सकती है। ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है।

मार्च में वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी एक्टिव पिछले 10 साल के मौसम के ट्रेंड पर नजर डाले तो मार्च महीने में मावठा भी गिरता है। इस बार भी कई वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होंगे। इस वजह से हल्की बारिश और बादल छाने की संभावना रहेगी। 2 मार्च से एक्टिव होने वाले वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से पूर्वी-उत्तरी हिस्से यानी, इंदौर, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।

अप्रैल-मई सबसे ज्यादा गर्म रहेंगे मौसम विभाग ने अप्रैल और मई में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है। इन दो महीने के अंदर ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में पारा 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग भी गर्म रहेंगे।

मार्च में दिन के साथ रातें भी गर्म मार्च में रात का पारा 25 से 30 डिग्री तक पहुंच सकता है। इससे दिन के साथ रातें भी गर्म होंगी। हालांकि, मार्च की शुरुआत से पहले ही प्रदेश में रातें गर्म होने लगी। गुरुवार-शुक्रवार की रात में कई शहरों में पारा 18 डिग्री के पार पहुंच गया।

भोपाल में 18.8 डिग्री, धार में 20.8 डिग्री, गुना में 18 डिग्री, नर्मदापुरम में 18.6 डिग्री, खंडवा में 18.4 डिग्री, खरगोन में 18.2 डिग्री, रतलाम में 18.6 डिग्री, दमोह में 18.4 डिग्री, रीवा में 18.8 डिग्री, सागर में 21.6 डिग्री दर्ज किया गया।

फरवरी के आखिरी दिन पारा 35 डिग्री पार इधर, फरवरी के आखिरी दिन शुक्रवार को कई शहरों में पारे में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिली। खजुराहो में 35.2 डिग्री, मंडला में 35.5 डिग्री, इंदौर-रतलाम में 35 डिग्री, धार में 34.9 डिग्री, जबलपुर-दमोह में 34.6 डिग्री, खंडवा में 34.5 डिग्री, गुना में 34.4 डिग्री, भोपाल में 34.3 डिग्री, टीकमगढ़-बैतूल में 34.2 डिग्री, खरगोन में 34 डिग्री, रीवा-सागर में 33.8 डिग्री, ग्वालियर में 33.6 डिग्री, सतना में 33.4 डिग्री, सिवनी में 33 डिग्री, उमरिया में 33.6 डिग्री, नर्मदापुरम में 34.3 डिग्री, उज्जैन में 33.7 डिग्री दर्ज किया गया।

2 दिन ऐसा मौसम रहेगा 1 मार्च: भोपाल, इंदौर समेत कई शहर में दिन का पारा 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है। 2 मार्च: इस दिन भी गर्मी का असर देखने को मिलेगा।

मार्च में 10 साल का ट्रेंड… तीनों मौसम का असर

प्रदेश में पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें, तो मार्च महीने में रातें ठंडी और दिन गर्म रहते हैं। बारिश का ट्रेंड भी है। इस बार भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है, जबकि रात में 10 से 17 डिग्री के बीच रहा।

मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में ग्वालियर में मौसम सबसे ज्यादा बदला हुआ रहता है। रात में पारा 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। जबलपुर में दिन में गर्मी और रात में ठंड रहती है।

इस साल: नवंबर-दिसंबर में ही पड़ी कड़ाके की ठंड

अब बात ठंड की ओवरऑल स्थिति की। इस बार शुरुआती दो महीने यानी, नवंबर और दिसंबर में कड़ाके की ठंड पड़ी। ठंड ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। नवंबर की बात करें तो भोपाल में 36 साल का रिकॉर्ड टूटा। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा।

वहीं, दिसंबर में भी ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ा। स्थिति यह रही कि पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। 9 दिन शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए। भगवान को भी ठंड से बचाने के लिए जतन किए गए।

अब बात जनवरी की। शुरुआत 10 से 15 दिन तक कड़ाके की ठंड का दौर रहा, लेकिन फिर तेवर ठंडे हो गए। ठंड के दो दौर आए, जबकि तीन बार मावठा गिरा, लेकिन ओले नहीं गिरे, जबकि जनवरी में प्रदेश में ओलावृष्टि का ट्रेंड रहा है।

फरवरी में भी मावठा गिरने का ट्रेंड है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। दूसरे सप्ताह में ही दिन में गर्मी का असर शुरू हो गया। कई शहर तो ऐसे रहे, जहां पर दिन का पारा 34 डिग्री के पार पहुंच गया।

MP के 5 बड़े शहरों में मार्च में ऐसा रहा है मौसम का ट्रेंड..

भोपाल में दिन में तेज गर्मी पड़ने का ट्रेंड राजधानी भोपाल में मार्च महीने में दिन में तेज गर्मी पड़ने के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च महीने में गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसके चलते दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है।

आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान रिकॉर्ड 41 डिग्री पहुंच चुका है। वहीं, 45 साल पहले 9 मार्च 1979 की रात में पारा 6.1 डिग्री दर्ज किया गया था। वर्ष 2014 से 2023 के बीच दो बार ही अधिकतम तापमान 36 डिग्री के आसपास रहा। बाकी सालों में पारा 38 से 41 डिग्री के बीच रहा है।

इंदौर में 41.1 डिग्री तक पहुंच चुका पारा इंदौर में मार्च से गर्मी का असर तेज होने लगता है। यहां दिन का पारा 41.1 डिग्री तक पहुंच चुका है, जो 28 मार्च 1892 को दर्ज किया गया था। 4 मार्च 1898 को रात में पारा 5 डिग्री तक रहा था। 24 घंटे में करीब एक इंच बारिश होने का रिकॉर्ड है, जबकि पूरे महीने में दो इंच पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में 2 से 3 दिन बारिश होती है। कभी-कभी धूल भरी हवा की रफ्तार भी तेज होती है।

ग्वालियर में गर्मी, ठंड-बारिश का ट्रेंड मार्च महीने में ग्वालियर में गर्मी, ठंड और बारिश तीनों का ही ट्रेंड है। 31 मार्च 2022 को दिन का पारा रिकॉर्ड 41.8 डिग्री पहुंच गया, जबकि 1 मार्च 1972 की रात में न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका है। साल 2015 में पूरे महीने 5 इंच से ज्यादा पानी गिरा। वहीं, 12 मार्च 1915 को 24 घंटे में करीब 2 इंच बारिश हुई थी।

जबलपुर में मार्च में रातें रहती हैं ठंडी जबलपुर में मार्च में भी रातें ठंडी रहती है। पारा औसत 15 डिग्री के आसपास ही रहता है। वहीं, दिन में 36 से 40 डिग्री के बीच दर्ज किया जाता है। 31 मार्च 2017 में दिन का पारा 41.2 डिग्री पहुंच चुका है, जबकि 4 मार्च 1898 में रात का तापमान 3.3 डिग्री दर्ज किया गया था। मार्च में मावठा भी गिरता है। पिछले 10 में से 9 साल बारिश हो चुकी है।

उज्जैन में दिन गर्म, 6 दिन बारिश का ट्रेंड भी उज्जैन में दिन गर्म रहते हैं। 22 मार्च 2010 में पारा रिकॉर्ड 42.5 डिग्री पहुंच चुका है। वहीं, 1 मार्च 1971 की रात में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री रहा था। पिछले साल में दिन में तापमान 36 से 42 डिग्री के बीच रहा है। 2017 सबसे गर्म रहा था। मौसम विभाग के अनुसार, इस महीने बारिश भी होती है। एक दिन में पौने 2 इंच बारिश का रिकॉर्ड 17 मार्च 2013 का है।

Leave a Comment

About Us

Welcome to janashakti.news/hi, your trusted source for breaking news, insightful analysis, and captivating stories from around the globe. Whether you’re seeking updates on politics, technology, sports, entertainment, or beyond, we deliver timely and reliable coverage to keep you informed and engaged.

@2024 – All Right Reserved – janashakti.news/hi

Adblock Detected

Please support us by disabling your AdBlocker extension from your browsers for our website.