महापौर पुष्यमित्र भार्गव और आयुक्त शिवम वर्मा के निर्देश पर यह महत्वपूर्ण पहल की गई है।
इंदौर नगर निगम ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर के प्रमुख मार्ग एबी रोड पर स्थित विभिन्न चौराहों को आईटीएमएस (ITMS) सिंक्रोनाइज्ड ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित किया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव और आयुक्त शिवम वर्मा के निर्देश पर यह महत्वपूर्ण पह
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हर सिग्नल मिल सकेगा ग्रीन
इस पहल के तहत ट्रैफिक को एक साथ समन्वित किया है, जिससे वाहन चालकों को निर्धारित गति में चलने पर बिना किसी अवरोध के कॉरिडोर के प्रत्येक चौराहे पर ग्रीन सिग्नल मिल सकेगा। इससे न केवल ट्रैवल में लगने वाला समय कम होगा बल्कि ईधन की भी बचत होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।
ग्रीन कॉरिडोर से होगा फायदा
- सभी चौराहों पर समन्वित सिग्नल प्रणाली लागू की गई है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी।
- वाहन चालक बिना बार-बार रुकावट के एकल प्रवाह (Smooth Traffic Flow) में ट्रैवल कर सकेंगे।
- ईंधन और समय की बचत होगी, जिससे वाहन चालकों को सीधा फायदा मिलेगा।
- वायु प्रदूषण में कमी आएगी, जिससे शहर की हवा अधिक स्वच्छ होगी।
लोगों को मिलेगी सुविधा
इस परियोजना के तहत मॉडर्न इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) का उपयोग किया गया है, जो ट्रैफिक लाइट्स को एक निश्चित समयानुसार सिंक्रोनाइज्ड करता है। इसके माध्यम से शहर के प्रमुख मार्गों पर वाहनों की गति को सुचारू रूप से बनाए रखने में सहायता मिलेगी। इंदौर नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट टीम द्वारा यह पहल शहरवासियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए की गई है।
इन चौराहों को किया शामिल
- स्कीम नंबर 78 चौराहा
- रसोमा चौराहा
- एम.आर. 9 चौराहा
- इंडस्ट्री हाउस चौराहा
- गिटार वाला चौराहा
- पलासिया चौराहा
- गीता भवन चौराहा
- शिवाजी वाटिका चौराहा
- जीपीओ चौराहा
- इंदिरा प्रतिमा चौराहा
- नवलखा चौराहा
इन चौराहों को ITMS तकनीक से जोड़ते हुए ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया गया है।