सिख चरमपंथियों को चारा क्यों दे रहे राहुल गांधी? अमेरिका में आतंकी पन्नू जैसों की तरफदारी जरूरी है या भारत
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नई दिल्ली: भारत में सिखों की स्थिति पर राहुल गांधी ने अमेरिका में एक बयान दिया. उस विवादित बयान पर भारत में सियासी भूचाल मच गया है. इसे लेकर जहां भाजपा हमलावर है, वहीं आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने राहुल के बयान को सही ठहराया है. अब सवाल है कि आखिर सिख चरमपंथियों को राहुल गांधी चारा क्यों दे रहे हैं? राहुल गांधी के लिए अमेरिका में आतंकी गुरपतवंत पन्नू जैसों की तरफदारी जरूरी है या भारत.
राहुल गांधी ने क्या बयान दिया?
सबसे पहले जानते हैं कि आखिर राहुल गांधी ने क्या कहा. वाशिंगटन डीसी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को पगड़ी पहनने दी जाएगी, क्या एक सिख को कड़ा पहनने या गुरुद्वारे जाने की इजाजत होगी? उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है.
आतंकी को रास आया राहुल का बयान
राहुल गांधी के इस बयान को खालिस्तानी अलगवावादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हाथों-हाथ लपका और अपना समर्थन दिया. खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस के सह-संस्थापक के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राहुल गांधी के सिख वाले बयान को सही ठहराया है. सरकारी सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी वाली सभा में कई खालिस्तान समर्थक सिख भी मौजूद थे. यहां बताना जरूरी है कि गुरपतवंत पन्नू को भारत ने आतंकी घोषित कर रखा है. वह लगातार विदेशी सरजमीं पर बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचता रहता है.
आतंकी पन्नू ने क्या कहा?
आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने एक बयान में कहा, ‘भारत में सिखों के लिए ‘अस्तित्व के खतरे’ पर राहुल का बयान न केवल साहसिक और अग्रणी है, बल्कि इस तथ्यात्मक इतिहास पर भी आधारित है कि 1947 से भारत में सत्ता में आने वाली सरकारों के तहत सिखों को क्या-क्या झेलना पड़ रहा है और साथ ही सिख होमलैंड खालिस्तान की स्थापना के लिए पंजाब स्वतंत्रता जनमत संग्रह के औचित्य पर सिख फॉर जस्टिस के रुख की पुष्टि करता है.’
राहुल ने देश के खिलाफ बोला?
सरकारी सूत्रों ने इसे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के गैरजिम्मेदाराना बयान का नतीजा बताया है. एक सूत्र ने कहा, ‘ऐसा तब होता है, जब आप बिना जानकारी और बिना सोचे-समझे बोलना शुरू करते हैं. देश के खिलाफ बाहर बोलने से पन्नू जैसे लोगों को बढ़ावा मिलता है. भारत में कोई भी सिख नाखुश नहीं है और आंतरिक मामलों को आंतरिक रूप से ही सुलझाया जाएगा.’ इससे पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राहुल गांधी के बयान की निंदा की थी और कहा कि उनकी भाषा खालिस्तानी अलगाववादी पन्नू से मिलती-जुलती है. मंत्री ने कहा, ‘राहुल की भाषा न्यूयॉर्क में रहने वाले हमारे कानून के भगोड़े पन्नू से काफी मिलती-जुलती है… क्या वह उनसे मिल रहे हैं?’
Tags: Rahul gandhi, Sikhs for justice, US News
FIRST PUBLISHED :
September 11, 2024, 09:19 IST