संघ घबरा गया है? जातीय जनगणना पर RSS ने एक ही दिन में 2 बार बयान बदला, इसकी वजह राहुल गांधी तो नहीं?
नई दिल्ली. केरल के पलक्कड़ में हाल ही संपन्न राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बैठक में जातीय जनगणना को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसा लगता कि संघ घबरा गया है. कुछ लोगों को लगता है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जिस तरह से जातीय जनगणना को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है, उसकी वजह से ही संघ को इस मुद्दे पर नरम रवैया अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. दरअसल, आरएसएस की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय की बैठक में संघ ने जातीय जनगणना कराने के संकेत दिए हैं और कांग्रेस नेता इसे अपनी जीत बता रहे हैं.
इस बारे में गुरदीप सिंह सप्पल ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, “राहुल गांधी ने जनगणना की बात उठाई है, उस पर उनको जो जनसमर्थन मिल रहा है, उससे घबराकर आरएसएस ने अपना बयान दिया है.” कांग्रेस नेता ने कहा, “आरएसएस ने एक दिन में दो बार बयान बदला. पहले बोला वह जाति जनगणना के समर्थन में नहीं है, फिर उन्होंने गोलमोल जवाब दिया. इसको लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पूछा कि आरएसएस यह बताए कि वह जाति जनगणना के पक्ष में है या नहीं है, लेकिन इसपर संघ का कोई जवाब नहीं आया.”
गुरदीप सिंह सप्पल ने आगे कहा, अपनी बैठक में आरएसएस ने जो बात बोली थी, वह यह थी कि वह कुछ जातियां, जो पिछड़ी व दलित हैंख् सिर्फ उनकी गिनती के पक्ष में है, लेकिन कांग्रेस की डिमांड बिल्कुल साफ है. कांग्रेस कुछ जातियों की गिनती के पक्ष में नहीं, बल्कि सभी जातियों की गिनती कराना चाहती है.”
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एंपावरमेंट के लिए जाति जनगणना चाहती है. कांग्रेस पार्टी जाति जनगणना की बात इसलिए करती है कि वे लोग जो तरक्की में पीछे रह गए, उनका पता चला और उनको उनका अधिकार प्रदान किया जा सके.
कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा कि ये वही आरएसएस है, जिसके सैकड़ों संगठन जातियों के आधार पर बने हुए हैं. जब भाजपा चुनाव के टिकट जारी करती है, तो जातियों के आधार पर देती है. जब वो मंत्री बनाते हैं, तो जातियों की बात करते हैं, लेकिन जाति जनगणना के लिए तैयार नहीं होते.
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FIRST PUBLISHED :
September 6, 2024, 02:54 IST