Delhi Chunav 2025: वीकडे पर वोटिंग…’आप’ या बीजेपी किसका बिगड़ेगा खेल? जानिए दिल्ली चुनाव का SP फैक्टर
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दिल्ली में किसकी जीत के चांस हैं? इस सवाल का जवाब हर कोई जानना चाहता है. आम आदमी पार्टी पूरी ताकत के साथ मैदान में है तो बीजेपी इस बार मौका छोड़ना नहीं चाहती. कांग्रेस वॉकओवर देने के मूड में कतई नहीं दिखती. ऐसे में चुनाव काफी रोमांचक हो गया है. लेकिन एक फैक्टर सबसे बड़ा है, वो है वीकडे यानी बुधवार को वोटिंग. वीकडे पर वोटिंग होने से बहुत सारे लोग छुट्टियां मनाने निकल जाते हैं. लेकिन इस बार हफ्ते के बीच में वोटिंग होने से इम्प्लाइज छुट्टी मनाने कहीं नहीं जा पाएंगे और वोट जरूर करेंगे. ऐसे में वोटिंग प्रतिशत बढ़ना तय मानिए. दूसरा, इस चुनाव का SP फैक्टर है, जो किसी भी पार्टी का खेल बिगाड़ सकता है.
वोटिंग डे का खेल समझिए
-सबसे पहली बात, वोटिंग डे यानी मतदान के दिन की. 2015 और 2020 दोनों विधानसभा चुनावों में शनिवार को वोटिंग हुई थी. 2015 में 67.13% और 2020 में 62.59% लोगों ने मतदान किया था. तब माना गया कि अगर वोटिंग वीकडे पर होती तो ज्यादा लोग मतदान करते क्योंकि शनिवार को वोटिंग होने से बहुत सारे लोग छुट्टियां मनाने निकल गए और वोट करने नहीं गए. इस बार बुधवार को मतदान होना है. ऐसे में माना जा रहा है कि ज्यादातर लोग वोट करेंगे.
-दूसरी वजह ये भी है संघ महाराष्ट्र-हरियाणा की तर्ज पर काफी एक्टिव है. कुछ एक्सपर्ट का तो यहां तक कहना है कि संघ पहली बार दिल्ली चुनाव में इतना एक्टिव दिख रहा है. बीजेपी ने अपने सभी रणनीतिकार भी मैदान में उतार दिए हैं. उधर, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का पूरा कैडर काफी एक्टिव है. इसका असर भी मतदान पर पड़ने की संभावना है.
दिल्ली चुनाव का SP फैक्टर
-एसपी फैक्टर में S का मतलब संघ यानी आरएसएस से है. संघ पूरी ताकत से लगा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में संघ और उससे जुड़े संगठन 2000 से ज्यादा छोटी-बड़ी सभाएं करने वाले हैं. संघ इस मौके पर छोड़ना नहीं चाहता.
-P फैक्टर यानी पोल प्रामिसेस... आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस ने महिला सम्मान योजना समेत कई मुफ्त स्कीमों का ऐलान किया है. पक्के मकान देने का वादा है तो कैश बांटने के दावे भी किए जा रहे हैं. इससे वोटर जरूर निकलेगा.
कांग्रेस काफी एक्टिव
कांग्रेस इस बार किसी भी पार्टी को यूं ही जीतने देना नहीं चाहती, क्योंकि उनका अस्तित्व संकट में है. इस बार चुनाव हारे तो दिल्ली में फिर जड़ें जमाना काफी मुश्किल होगा. इसलिए कांग्रेस ने सबसे अच्छे कैंडिडेट मैदान में उतारे हैं. कांग्रेस अगर ताकत से लड़ी तो वोटर बाहर आएंगे और बीजेपी के साथ आम आदमी पार्टी के लिए टेंशन देंगे.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
January 15, 2025, 05:01 IST