तिरुवनन्तपुरम: 2024 लोकसभा चुनावों के बाद बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की समन्वय बैठक केरल में होगी। यह बैठक 31 जुलाई से 2 अगस्त तक चलेगी। बीजेपी और संघ के बीच कोऑर्डिनेशन मीटिंग हर 6 महीने के अंतरात पर होती है, लेकिन इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। यह बैठक लोकसभा चुनावों के बाद हो रही है और इस बैठक के बाद देश के तीन बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे। इनमें महाराष्ट्र के साथ हरियाणा और झारखंड भी शामिल हैं। ऐसे में इस बैठक में काफी अहम राजनीतिक चिंतन हो सकता है। यह बैठक केरल के पलक्कड़ में होगी। इससे पहले बीजेपी और संघ की समन्वय बैठक पिछले साल पुणे में हुई थी। इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए थे। तब बीजेपी संघ समन्वय के साथ राष्ट्रवाद और आगामी चुनावों पर चर्चा की गई थी।
केरल में खुला है खाता
लोकसभा चुनावों में बहुमत से दूर रही बीजेपी ने पहली बार केरल में खाता खोला है। बीजेपी को 1 लोकसभा सीट पर जीत मिली है। पार्टी ने त्रिशूर से जीते सुरेश गोपी को केंद्र में मंत्री भी बनाया है। पार्टी को केरल में इस बार 16.68 फीसदी वोट मिले हैं, हालांकि लोकसभा चुनावों में पार्टी ने अबकी बार 400 पार का नारा दिया था, लेकिन पार्टी लोकसभा चुनावों में 240 सीटें ही जीत सकी। लोकसभा चुनावों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए घटक दलों के साथ नौ जून को शपथ ग्रहण की थी। इसके अगले दिन 10 जून को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में एक संबोधन दिया था। इसमें उन्होंने कई बातें कही थीं, जिन्हें केंद्र सरकार के लिए कड़ा संदेश और नसीहत माना गया था। इसके बाद विपक्ष ने बीजेपी को निशाने पर भी लिया था। इस सब के बीच संघ और बीजेपी के बीच समन्वय बैठक तय हो गई है, हालांकि संघ और बीजेपी के बीच समन्वय बैठकें होती रहती हैं, लेकिन वर्तमान संदर्भ को देखते हुए इस बैठक को काफी ज्यादा अहम माना जा रहा है। संघ की इस बैठक में बीजेपी-आरएसएस के अलावा दूसरे अनुशांगिक संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।