लखनऊ के गोमती नगर में हुसड़िया चौराहे के पास भाजपा नेता और पुलिस के बीच विवाद का वीडियो सामने आया है। वीडियो में पुलिस और भाजपा नेता के बीच कहासुनी होते भी दिख रहा है। भाजपा नेता का आरोप है कि बिना कोई कारण बताए पुलिस की जीप में न बैठने पर सिपाहियों न
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उनका कहना है कि उन्होंने दमकल गाड़ी के स्कूटी में टक्कर मारने पर पुलिस से मदद मांगी थी, उल्टा पुलिस ने हम लोगों के साथ ही आरोपियों वाला व्यवहार किया। वहीं एसीपी गोमतीनगर का कहना है कि गाड़ी में टक्कर के बाद पीड़त पक्ष के ही सरकारी वाहन को रोकर विवाद करने की बात सामने आई है। पत्नी के साथ अभद्रता की बात गलत है।
पत्नी को गोमतीनगर दवा दिलाने आया था पीड़ित

पीड़ित ने दमकल वाहन की टक्कर से स्कूटी टूटने पर पुलिस कंट्रोल रूम को दी थी सूचना।
मूल रूप से सुल्तानपुर के रहने वाले भाजपा नेता राजेश कुमार दुबे लखनऊ में शुशांत गोल्फ सिटा हरिहरपुर के पास रहते हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार सात करीब दस बजे अपनी पत्नी का इलाज कराने गोमती नगर हुसड़िया चौराहे के पास आए थे। पत्नी के साथ सड़क किनारे स्कूटी लेकर खड़े थे, तभी तेज रफ्तार फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने उनकी स्कूटी पर टक्कर मार दी।
जिसके बाद गाड़ी का नंबर (UP 32 BG 4854) नोट कर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना देकर मदद मांगी। मौके से पहुंची पुलिस से उन्होंने गाड़ी चालक का नाम और नंबर पता करने के लिए कहा। उनका कहना था कहीं चालक ड्रिंक तो नहीं किया है। इतनी बात पर पुलिसवालों ने उसके साथ हाथापाई शुरू कर दी। पहले अपना बचाव करते रहे। तभी 8-10 पुलिसकर्मी इकट्ठा हो गए और गाड़ी में बैठाने लगे।
तब उन्होंने अपनी पत्नी से मदद मांगी। जब उनकी पत्नी मदद करने पहुंची। तो पुलिस टीम उनको भी पकड़ कर गाड़ी में बैठा लिया। उनकी पत्नी का कहना है कि सिपाहियों ने उनका हाथ पकड़ कर खींचा। जिसकी वजह से उनके चोटें आई हैं। मौके पर कोई महिला पुलिसकर्मी भी नहीं थी।
दमकल के वाहन को रोकने पर हुआ था विवाद
एसीपी गोमतीनगर अंशु जैन ने बताया कि दमकल वाहन से स्कूटी में टक्कर के बाद राजेश दुबे उसको लौटते वक्त रोक लिया। पुलिस के बीच में आने के बाद विवाद शुरू कर दिया।
पत्नी के साथ अभद्रता की बाद गलत है। मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।