सिंहपुर थाना क्षेत्र के एक युवक की जिला अस्पताल में मौत के बाद उसके गांव चोरवरी में हंगामा खड़ा हो गया। मृतक के साढू भाई पर जहर देकर जान लेने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालात की जानकारी मिलने पर एसडीओपी को भारी पुलिस बल के साथ
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जानकारी के मुताबिक, सिंहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चोरवरी निवासी सतेंद्र कुशवाहा पिता राजकुमार कुशवाहा (20) की शनिवार को मौत हो गई। उसे गंभीर हालत में कोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर कर शुक्रवार की रात सतना जिला अस्पताल लाया गया था। पोस्टमॉर्टम के बाद शव लेकर चोरवरी पहुंचे परिजनों ने वहां प्रदर्शन शुरू कर दिया।
गांव में हंगामे की खबर मिली तो एसडीओपी नागौद विदिता डागर (आईपीएस), सिंहपुर थाना प्रभारी शैलेन्द्र पटेल भारी पुलिस बल के साथ चोरवरी पहुंच गए। पुलिस ने परिजनों से बात की तो मृतक के पिता राजकुमार कुशवाहा ने मृतक के साढू भाई गोरेलाल निवासी कंचनपुर पर आरोप लगाया कि उसने सतेंद्र को जबरिया जहर पिलाया जिससे उसकी मौत हो गई।
राजकुमार ने पुलिस को बताया कि सतेंद्र की पत्नी राजकली को प्रसव के लिए 14 अगस्त को कोठी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डिलीवरी के बाद 16 अगस्त को जब अस्पताल से राजकली की छुट्टी हुई तो साढू भाई गोरेलाल उसे अपने घर कंचनपुर ले जाने की बात पर अड़ गया।
सतेंद्र ने इसका विरोध किया लेकिन फिर भी वह उसकी पत्नी को जननी एक्सप्रेस से अपने साथ ले जाने लगा। सतेंद्र ने बाइक से पीछा किया तो कोठी – सिंहपुर मार्ग पर नदी के पास गोरेलाल और उसके दो अन्य साथियों ने सतेंद्र को रोक कर उसके साथ मारपीट की और एक शीशी निकाल कर जबरिया उसे पिला दी। करीब आधा घंटे बाद होश आने पर सतेंद्र ने उसे यानी अपने पिता राजकुमार को घटना की जानकारी दी।
जिसके बाद उसे पहले कोठी और फिर जिला अस्पताल लाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों की मांग थी कि गोरे लाल पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। एसडीओपी ने उन्हें निष्पक्ष जांच और कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।