मोहनलालगंज लोकसभा सीट: हैट्रिक की दौड़ में भाजपा, सपा-बसपा के उम्मीदवार कितने दमदार?
मोहनलालगंज लोकसभा सीट: हैट्रिक की दौड़ में भाजपा, सपा-बसपा के उम्मीदवार कितने दमदार?
मोहनलालगंज लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जिले में है. यह सीट 1962 से अस्तित्व में है. 2024 में यह अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. यह कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और भाजपा तीनों का प्रभाव वाला क्षेत्र रहा है. बीते दो चुनावों यानी 2014 से यहां से भाजपा का कब्जा है. उससे पहले यहां 1998 से 2014 तक समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा. 2014 में यहां से भाजपा के कौशल किशोर विजयी हुई थे. 2019 में भी उन्होंने ही जीत हासिल की थी. इस बार भी भाजपा ने फिर से कौशल किशोर पर भरोसा जताया है. 2019 में कौशल किशोर ने बसपा के सीएल वर्मा को 90 हजार से अधिक वोटों से हराया था. उस चुनाव में बसपा और सपा के बीच गठबंधन का था और इस गठबंधन के तहत यह सीट बसपा को मिली थी. हालांकि, 2014 से पहले यह क्षेत्र सपा का गढ़ था. इस सीट पर पांचवे चरण में 20 मई को मतदान है.
2022 का विधानसभा चुनाव
मौजूदा वक्त में इस सीट पर भाजपा मजबूत दिखती है. बीते 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट की सभी पांच सीटों सिधौली (सीतापुर जिले की), मलिहाबाद, बक्शी का तलाब, सरोजनी नगर और मोहनलालगंज में भाजपा का कब्जा है.
2024 की जंग
2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान को और समाजवादी पार्टी ने आरके चौधरी को मैदान में उतारा है. इलके अलावा कई अन्य निर्दलीय और छोटी पार्टियों के उम्मीदवार भी हैं.
मोहनलालगंज का इतिहास
यह सीट 1962 में अस्तित्व में आई. यहां से लगातार तीन चुनावों में कांग्रेस की गंगा देवी विजयी हुईं. फिर 1977 में जनता पार्टी के रामलाल कुरील विजयी हुए. 1980 में कांग्रेस के कैलाश पति, 1984 में कांग्रेस के जगन्नाथ प्रसाद, 1989 में जनता दल के सरजू प्रसाद सरोज विजयी हुए. फिर यह सीट भाजपा के प्रभाव में आई. यहां 1991 में छोटे लाल और 1996 में पुर्णिमा वर्मा विजयी हुईं. 1998 में यह सपा की सीट बन गई. यहां 1998 से 2014 तक सपा का कब्जा रहा. 1998 और 1999 में सीमा चौधरी, 2004 में जयप्रकाश रावत और 2009 सुशीला सरोज सपा के टिकट पर संसद पहुंचे.
Tags: Loksabha Election 2024, Loksabha Elections
FIRST PUBLISHED :
May 14, 2024, 12:59 IST