नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेटवर्क18 समूह के एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई सवालों के जवाब दिए हैं. इस दौरान पीएम ने तमाम मुद्दों पर अपनी राय साझा की है. उन्होंने कांग्रेस के मैनिफेस्टो को लेकर भी बयान दिया है.
राहुल जोशीः मोदी जी जब आपने कैंपेन की शुरुआत की थी, तो बड़े हाई नोट पर ये कैंपेन की शुरुआत हुई थी. आपने सरकार के पूरे काम का परिचय दिया, आप अपने डेवलपमेंट एजेंडा को लेकर आगे बढ़े. अर्थव्यवस्था पर आपने बहुत प्रकाश डाला और इसके ऊपर बहुत काम हुआ भी है. हाल ही में आपने राजस्थान में एक रैली में एक कांग्रेस के मैनिफेस्टो पर एक डायरेक्ट अटैक किया. आपने ये तक कहा कि इनकी एक स्कीम है जिससे ये वेल्थ डिस्ट्रीब्यूट करना चाहते हैं. ये पता लगाना चाहते हैं किसके पास कितनी जमा पूंजी है, किसके पास कितना पैसा सोना और सिल्वर है. उसको वो मुसलमानों में और घुसपैठियों में बांट देना चाहते हैं. क्या ये थ्रेट इतना रीयल है? क्या आपको ऐसा दिखता है?
पीएम मोदीः मुझे लगता है कि शायद आपकी टीम ने मेरे पूरे कैम्पेन को ट्रेक नहीं किया है. या शायद विकास की बहुत सी बातें ऐसी होती है कि जो शायद टीआरपी के हिसाब पर बैठता नहीं होगा. लेकिन आपने देखा होगा कि मेरा पूरा इलेक्शन कैम्पेन दो चीजों पर केंद्रित है. एक हमने समाज कल्याण के लिए क्या काम किए और सबसे बड़ा फर्क है और सरकारों में. वो ये कि लास्ट माइल डिलीवरी हमारी विशेषता है. नीतियां तो हर सरकार बनाती है. कोई सरकार बुरा करने के लिए तो आती नहीं है. अच्छा करना चाहती है. लेकिन, कुछ लोगों को अच्छा करना आता है, कुछ लोग अच्छा होने का इंतजार करते हैं.
पीएम मोदीः मैं ऐसा हूं कि मेहनत करके जो अच्छा है उसे करूं, मेरा हमेशा ऐसा रहा है. अब देखिए, मैं चुनाव में लगातार बोल रहा हूं कि हमने गरीबों के लिए चार करोड़ घर बनाए. मैं इतना लोगों को कहता हूं कि आप इस चुनाव प्रचार में जाएं तो मेरी मदद करें कि जिसका घर बनना अभी छूट गया हो, हर गांव में एक-दो निकलेंगे. उनकी सूची मुझे भेजो, ताकि जैसे ही मेरा तीसरा टर्म शुरू होगा. मैं इस काम को आगे बढ़ाना चाहता हूं. तीन करोड़ घर और मैं बनाना चाहता हूं.
पीएम मोदीः अब आयुष्मान भारत योजना, दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेंस और हेल्थ एसोरेंस की स्कीम है. 55 करोड़ लोगों को इलाज का भरोसा है. कि भाई अब मोदी की सरकार है, पांच लाख रुपये तक खर्च होगा. संभाल लेंगे ये. इस बार हमने मैनिफेस्टो में कहा है कि किसी भी वर्ग का, किसी भी समाज का, किसी भी बैकग्राउंड का व्यक्ति क्यों न हो, जिस भी परिवार में, 70 से ऊपर की आयु के जो भी व्यक्ति होंगे, पुरुष-स्त्री सब, उन सबको हम ये पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देंगे. इस बार हमने मैनिफेस्टो में ये भी कहा है कि जो आशा वर्कर हैं, आंगनबाड़ी वर्कर हैं, उनको हम इसका बेनिफीट देंगे. ट्रासजेंडर जितने भी हैं, किसी भी आय वर्ग के क्यों न हों, हम उनको भी ये बेनिफिट देंगे.
मुझे इस पर शर्म आती है… आखिर PM मोदी ने ऐसा क्यों कहा? और कैसे लेते हैं ‘कठोर फैसले’, ये भी बताया…
पीएम मोदीः हमारे देश में बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ, ये जो मिलकर जब्त करने के खेल चल रहे हैं न, पहले कर चुके हैं. सारे बैंक प्राइवेट थे, लूट लिया रातों रात. गरीबों के नाम पर लूटा गया, लेकिन हमारे देश के बैंक के खस्ता हाल हो गए.आधे से अधिक आबादी ऐसी थी कि गरीबों के नाम पर बैंक तो लिया, लेकिन बैंक खाता नहीं खोला. मोदी ने आकर 52 करोड़ बैंक के खाते खोले और उसका सबसे बड़ा मैंने फायदा उठाया. खाते खोलकर आंकड़े नहीं बनाए. मैंने जनधन, आधार और मोबाइल… इस ट्रिनिटी को लेकर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर. 36 लाख करोड़ रुपये, ये आंकड़ा बहुत बड़ा होता है. 36 लाख करोड़ रुपये डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर लोगों के खाते में गए. अगर मैंने बैंक खाते न खोले होते तो. इतना बड़ा फाइनेंशियल इनक्लूजन इस दुनिया में, पूरी दुनिया में एक साल में जीतने खाते खुलते होंगे न, उससे ज्यादा खाते हमारे देश में खुले हैं.
पीएम मोदीः जल जीवन मिशन, हमारे देश में 3-4% घरों में ही नल से जल आता था, वो भी ज्यादातर अर्बल लोकेलिटी में. आज 14 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल पहुंचा है. अब ये सारे काम हैं. 25 करोड़ लोग, गरीबी से बाहर ऐसे ही नहीं आए. हमने उनको इतना सशक्त बनाया, और मेरी स्ट्रेटेजी यही है कि हम गरीब को इतनी ताकत दें, इतनी ताकत दें, कि गरीब खुद गरीबी को परास्त करे. और जब गरीब अपनी मेहनत से गरीबी को परास्त करता है न, उसके बाद उसको गरीबी में वापस नहीं जाना, यह संकल्प बन जाता है, और वो देश की शक्ति बन जाता है. आज हमें फायदा है, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए. ये बहुत बड़ा एचीवमेंट है. दुनिया इसकी तारीफ कर रही है, और यह एक मॉडल बनेगा, यह डेवलपिंग कंट्रीज के लिए मॉडेल बनेगा,
पीएम मोदीः आप देखें 2014 के पहले क्या हाल था. 2014 के पहले आपके सारे मीडिया वाले निकाल दीजिए. फ्रेजाइल 5, फ्रेजाइल 5… यही हेडलाइन होता था. आज हम वाइब्रेंट इकनॉमी बन गए हैं. आईएमएफ, दुनिया के 150 देशों का समूह, जिसमें चाइना भी है, हिंदुस्तान भी है, जिसको हम कहें कि एक डेवलपिंग कंट्री है, या जो इमर्जिंग इकनॉमी वाले देश हैं. ऐसा का एक समहू का, उनको क्लासिफाई करके, उन्होंने उसका एनालसिस किया. बड़ा इंट्रेस्टिंग है ये. यानी एक प्रकार से, ये इंडिया का पीयर ग्रुप हम कह सकते हैं.
पीएम मोदीः अब देखिए क्या एनालसिस है. ‘1998 इंडिया पर कैपिटा जीडीपी’ इस पीयर ग्रुप से 30 प्रतिशत के आसपास थी. यानी ये पूरा ये 150 देशों के जैसा. एंड नाइंटीज में अटल जी की सरकार आई. 1998 से 2004… अटलजी के अपने कार्यखंड में ये 30 पर्सेंट को 35 प्रसेंट ले गए, अच्छा प्रोग्रेस हुआ, लेकिन दुर्भाग्य देखिए, 2004 में ये सब खिचड़ी कंपनी आ गयी. इस खिचड़ी कंपनी ने अटल जी की मेनहत थी. उस वक्त उस पर पानी फेर दिया. 35% को 30 पर ले आए ये लोग. यानि इन सारी कंट्रीज ने भारत से ज्यादा अच्छा परफॉर्म किया और हमने बुरा किया.
पीएम मोदीः यूपीए की सरकार में भारत डेवलपिंग वर्ल्ड की अपेक्षा और गरीब हो गया. हमसे गरीब थे वो भी हमसे आगे निकल गए. लेकिन 2014 में हम आए, सरकार बनने के बाद 2019 तक में, आपको खुशी होगी कि हमने 30% से 37 पर पहुंचा दिया. और 2024 तक जब मैं पहुंचा हूं, ये मामला 42 परसेंट पर पहुंचा गया है. यानी 30 छोड़ा था और हम 42 ले आए. यानी हमारी इनकम दुनिया के और देशों की अपेक्षा बहुत तेजी से बढ़ी है. अगर आप 10 साल के कालखंड में इंफ्लेशन को भी लें, जो महंगाई की ये इतनी चर्चा करते हैं न, तो ये 10 साल सबसे कम, सबसे कम इंफ्लेशन वाला कालखंड रहा है. ये मैं इतना सारा जो कहता हूं, और हकीकत के आधार पर कहता हूं, कठोर परिश्रम करने के बाद एचीव किया है जी. पूरी सरकार को मोबिलाइज किया है. और लक्ष्य को पार करने के लिए जी जान से जुड़ गए हैं. उसके बावजूद भी मोदी क्या कहता है? मोदी तो कहता है भाई ये तो ट्रेलर है, मुझे तो और आगे जाना है, और नई-नई आकांक्षाएं. और मैं देश को लेकर के बहुत तेजी से बढ़ना चाहता हूं.
पीएम मोदीः कांग्रेस का जहां तक मैनिफेस्टो है. कोई मुझे बताए, क्या चुनाव के अंदर, पॉलिटिकल पार्टियों के मैनिफेस्टो, ये कोई शोपीस के लिए होते हैं क्या? सचमुच में तो ये मीडिया का काम है कि हर एक पॉलिटिकल पार्टी के मैनिफेस्टो की बारीकी से जांच-पड़ताल करे. मैं इंतजार कर रहा था कि मीडिया करें, पहले दिन मैंने एक कॉमेंट तो कर दिया था. मैं कोई आज कर नहीं रहा हूं, कि मुझे मैनिफेस्टो देख करके लगता है कि इस पर पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है. तो मुझे लगा कि मीडिया चौंक जाएगा. एनालसिस करने वाले चौंक जाएंगे, लेकिन पता नहीं कि उनकी व्यस्तता कुछ और है. मैनिफेस्टो में उनकी तरफ से जो-जो परोशा गया उतनी ही गुड़ी-गुड़ी उछालते रहे. फिर मुझे लगता है कि ये तो इको-सिस्टेम की बड़ी मिली-भगत लगता है.
पीएम मोदीः अब मुझे सच्चाई लेकर जाना पड़ेगा. मैंने 10 दिन तक इंतजार किया कि घोषणापत्र की बुराइयों को कोई न कोई सामने लाएगा क्योंकि अगर इसे निष्पक्ष तरीके से सामने लाया जाता है तो यह अच्छा है. आखिरकार, मुझे इन सच्चाइयों को सामने लाने के लिए मजबूर होना पड़ा. अब देखिये साहब, उनके एक महाशय ने अमेरिका में इंटरव्यू दे दिया. इनहैरिटेंस टैक्स की बात ले आये. 55 परसेंट टैक्स आपकी प्रोपर्टी पर. अब मैं विकास और विरासत की बात कर रहा हूं और ये विरासत को लूटने की बात करते हैं, वेल्थ रिडिस्ट्रिब्यूशन की बात करते है. तो मैं विरासत की बात करता हूं. और उनके आज तक का इतिहास है कि वो करेंगे क्या, तो फिर यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं देशवाशियों को बताऊं कि ये इस दिशा में ले जा रहे हैं. अब आप तय कीजिए, जाना न जाना इनका हक है. लेकिन मेरा दायित्व बनता है कि तथ्य के आधार पर, तर्क के आधार पर, उनकी हकीकतों के आधार पर मुझे जो बताना चाहिए… वो मैं बता रहा हूं.
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FIRST PUBLISHED :
April 29, 2024, 15:28 IST