मेरठ के गंगनहर की दायीं पटरी के चौड़ीकरण के नाम पर बड़ी संख्या में पेड़ों का कटान किया गया। सरधना विधायक अतुल प्रधान ने पेड़ों के कटान में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।
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इसी के साथ उन्होंने सलावा में बन रही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के निर्माण के लिए काटे गए पेड़ों को लेकर भी वन विभाग से जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार पेड़ लगाने के लिए लोगों का मनोबल बढ़ा रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकार के अधिकारी पेड़ काट रहे हैं, जो जनता के साथ धोखा है।
पेड़ों के कटान में गड़बड़ी का आरोप लगाकर की शिकायत
गाजियाबाद के मुरादनगर से मुजफ्फरनगर के पुरकाजी तक गंगनहर की दायीं पटरी का चौड़ीकरण किया जाना है। इसके लिए गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर में कटान के लिए 1.12 लाख पेड़ों का चयन किया गया था। पिछले दिनों सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान ने पेड़ों के कटान में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। इसकी जांच के लिए कमिश्नर व मुख्य वन संरक्षक ने दो टीम गठित की थी।
अधिकारियों ने खुद फीता डालकर की पैमाइश
आरोपी की जांच के लिए गंग नहर पटरी पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने खुद फीता डालकर पैमाइश की थी। विधायक ने वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण कुमार को पत्र लिखकर पर प्रकरण की जांच कराने और संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है।
वहीं अतुल प्रधान ने मुख्य वन संरक्षक से सरधना के सलावा में बन रहे मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए काटे गए पेड़ों से संबंधित जानकारी भी मांगी है। उनका कहना है कि वें सरकार की परियोजना के खिलाफ नहीं है। इन परियोजना से लोगों को ही लाभ मिलेगा। लेकिन परियोजनाओं के नाम परलाखों पेड़ काटे जा रहे हैं जो गलत है।