होमफोटो गैलरीचुनाव 2024मायावती की BSP को मिल गया ‘ब्रह्मास्त्र’, उप-चुनाव के पहले यूपी में 360 डिग्री बदल सकता है खेल!
Uttar Pradesh By Elections 2024: यूपी की पूर्व सीएम मायावती साफ कर चुकी हैं कि बसपा अनुसूचित जातियों के उप-वर्गीकरण की अनुमति देने वाले सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले से बिल्कुल भी सहमत नहीं है.
By : एबीपी लाइव डेस्क | Updated at : 06 Aug 2024 02:57 PM (IST)
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया और उत्तर प्रदेश (यूपी) की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यूपी में 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा के उप-चुनाव से पहले बड़ा सियासी दांव चला है. सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि इस दांव से वह राज्य की दलित राजनीति को 360 डिग्री पलटने का माद्दा रखती हैं. आइए, जानते हैं कैसे?:
बसपा चीफ मायावती ने कहा कि अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लोगों के उप-वर्गीकरण की अनुमति दी गई है, जिससे उनकी पार्टी कतई सहमत नहीं है.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्यों को SC में उप-वर्गीकरण का अधिकार है, ताकि उन्हें आरक्षण दिया जा सके जो सामाजिक-शैक्षणिक रूप से अधिक पिछड़ी हैं.
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम ने इसी को बड़ा सियासी मुद्दा बनाने की कोशिश की है. उन्होंने इसे लेकर कहना शुरू कर दिया कि सभी लोग एकजुट होकर इसका विरोध करें.
बहन जी के नाम से मशहूर मायावती चाहती हैं कि दलितों में कोई और कोटा नहीं हो. न ही किसी सरकार को अधिकार हो कि वह इसमें किसी और जाति के नाम जोड़ सके.
हालांकि, मायावती ने जिस मुद्दे पर बल दिया है, वह कितना बड़ा मुद्दा बन जाएगा? यह तो फिलहाल नहीं कहा जा सकता पर मायावती को इसका बड़ा लाभ मिल सकता है.
मायावती की ओर से यह कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है, जब उनकी और बसपा की दलित पॉलिटिक्स फुस्स साबित होती दिखी है. आम चुनाव में भी वह कमाल न कर सकी.
सियासी गलियारों में चर्चा है कि दलितों से जुड़ा यह पूरा मामला जज्बाती मसला है, जो उन्हें सोचने पर मजबूर करता है. ऐसे में यह मायावती की पॉलिटिक्स को बूस्ट कर सकता है.
Published at : 06 Aug 2024 02:57 PM (IST)
चुनाव 2024 फोटो गैलरी
चुनाव 2024 वेब स्टोरीज
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
बड़ा खुलासा, बांग्लादेश में हिंसा के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ
महाराष्ट्र MLC चुनाव: क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के 5 विधायकों पर गिरने वाली है गाज, लिस्ट में ये नाम शामिल
अभी निराश होने की जरूरत नहीं, इन खेलों में इतने मेडल ला सकते हैं भारतीय एथलीट्स
बांग्लादेश की विपक्षी नेता खालिदा जिया जेल से रिहा, चीन समर्थक मानी जाती हैं पूर्व पीएम

वीडियोज
फोटो गैलरी
ट्रेडिंग ओपीनियन
शिवाजी सरकार