भीषण गर्मी के चलते बंद करने पड़े थे स्कूल, अब बारिश का कहर, घरों में घुसा बाढ़ का पानी, ट्रेन सर्विस पर भी असर
हाइलाइट्स
IMD ने केरल के लिए येलो अलर्ट जारी किया हैतटवर्ती इलाकों में तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिशप्रदेश के कई जिलों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त
तिरुवनंतपुरम. केरल में मार्च के अंतिम सप्ताह से भीषण गर्मी पड़ने लगी थी. आलम यहां तक पहुंच गया था कि सरकार को संबंधित जिलों को एडवायजरी तक जारी करनी पड़ी थी. झुलसाने वाली गर्मी के चलते स्कूलों को बंद करन पड़ा था. इसके अलावा स्कूलों में बच्चों को पानी पीन के लिए खासतौर पर समय दिया जाने लगा था. अब उसी केरल में बारिश रौद्र रूप दिखा रहा है. केरल में भारी बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और अनेक मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके अलावा सड़कें जलमग्न हैं, कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं और बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है. ट्रेन सेवा भी प्रभवित हुई है और कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं.
केरल के तटीय अलापुझा जिले के कुट्टनाड के निचले इलाकों में स्थित मकानों, स्कूलों और दुकानों में पानी घुस गया है. कई स्थान पर सड़कों पर गड्ढे बनने से वाहन चालकों के लिए खतरा पैदा हो गया है. इस बीच, भारत मौसम विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा और कोट्टायम जिलों में कुछेक स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है. कोल्लम जिले के कैकुलंगरा में भारी बारिश के कारण मकान की टाइल वाली छत ढहने पर चार लोगों का एक परिवार बाल-बाल बच गया. IMD ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, इडुक्की, कोट्टायम और एर्नाकुलम समेत राज्य के सात जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. येलो अलर्ट 6 से 11 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश होने का संकेत होता है.
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- मूसलाधार बारिश से कई घरों को नुकसान पहुंचा है.
- केरल के कई जिलों में तेज हवा के चलते पेड़ उखड़ गए हैं.
- सड़कें पानी में डूब गई हैं और बाढ़ का पानी घरों में घुसा.
- बड़ी संख्या में लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है.
- ट्रेन सर्विस बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. कई ट्रेनें लेट चल रही हैं.
- मछुआरों को समंदर में न जाने की हिदायत दी गई है.
घर-सड़क क्षतिग्रस्त
पुलिस ने बताया कि कनेट्टुमुक्कू में एक और मकान तड़के हुई भारी बारिश के कारण पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. हालांकि, इसमें रहने वाली बुजुर्ग महिला ने कहा कि वह बाल-बाल बच गईं, क्योंकि वह रात में आवाज सुनकर आंगन की ओर भाग गई थीं. तटीय गांव पोझियूर में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जहां समुद्र उफान पर था. क्षेत्र में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और मछुआरों को निरंतर खराब मौसम के कारण समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त
दक्षिणी राज्य के कई हिस्सों में भीषण जलभराव और पेड़ों के उखड़ने से कस्बों व गांवों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. खराब मौसम के कारण राज्य की राजधानी की ओर जाने वाली कई ट्रेनें कथित तौर पर देरी से चल रही हैं. अधिकारियों के मुताबिक, पिछले तीन दिन में भारी बारिश के कारण तिरुवनंतपुरम जिले में कृषि क्षेत्र को 1.82 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि तिरुवनंतपुरम में 66.89 हेक्टेयर भूमि में कृषि उपज नष्ट हो गई है. जिले में मूसलाधार बारिश के कारण चार मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और 41 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं. जिले में पिछले कुछ दिन में कई परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है.
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FIRST PUBLISHED :
May 26, 2024, 10:10 IST