हांगकांग के सीएफएस ने उपभोक्ताओं से इन उत्पादों को न खरीदने को कहा है जबकि सिंगापुर की खाद्य एजेंसी ने ऐसे मसालों को वापस लेने का निर्देश दिया है। वहीं भारतीय ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों में कथित तौर पर कीटनाशक पाए जाने के मामले में अमेरिका भी जानकारी जुटा रहा है। साथ ही एफएसएसएआइ मसालों की गुणवत्ता की जांच कर रहा है।
By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Published: Sun, 28 Apr 2024 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2024 06:00 AM (IST)
रॉयटर,हैदराबाद। भारतीय ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों में कथित तौर पर कीटनाशक पाए जाने के मामले में अमेरिका भी जानकारी जुटा रहा है। हांगकांग के खाद्य नियामक सेंटर फार फूड सेफ्टी (सीएफएस) ने कहा था कि इन मसालों में कीटनाशक, एथिलीन आक्साइड पाया गया जिससे कैंसर होने का खतरा होता है। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया, एफडीए रिपोर्टों से अवगत है। हम इस बारे में अतिरिक्त जानकारी जुटा रहे हैं।
गौरतलब है कि हांगकांग के सीएफएस ने उपभोक्ताओं से इन उत्पादों को न खरीदने को कहा है, जबकि सिंगापुर की खाद्य एजेंसी ने ऐसे मसालों को वापस लेने का निर्देश दिया है। जिन चार उत्पादों पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें एमडीएच का मद्रास करी पाउडर, एवरेस्ट फिश करी मसाला, एमडीएच सांभर मसाला मिक्स और एमडीएच करी पाउडर मिक्स मसाला शामिल हैं।
एफएसएसएआइ मसालों की गुणवत्ता की जांच कर रहा
एमडीएच और एवरेस्ट ने मामले पर टिप्पणी नहीं की है, हालांकि एवरेस्ट ने पहले कहा था कि चिंता की कोई बात नहीं है। उसके उत्पाद सुरक्षित हैं। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) भी मसालों की गुणवत्ता की जांच कर रहा है।
एमडीएच और एवरेस्ट से गुणवत्ता जांच का विवरण उपलब्ध कराने को कहा
भारत के मसाला निर्यात नियामक ने एमडीएच और एवरेस्ट से गुणवत्ता जांच का विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। कंपनियों को यह बताने के लिए कहा गया है कि उत्पादों का परीक्षण कैसे किया गया और क्या सभी नियमों का पालन किया गया। भारत ने सिंगापुर और हांगकांग के खाद्य सुरक्षा नियामकों से विवरण मांगा है। वाणिज्य मंत्रालय ने सिंगापुर और हांगकांग में भारतीय दूतावासों को इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट भेजने का भी निर्देश दिया है।