ब्रह्माकुमारी सुख शांति भवन मेडिटेशन रिट्रीट सेंटर में रविवार को डॉक्टर्स-डे के उपलक्ष्य में सेल्फ केयर एंड कम्पैशन कार्यक्रम किया गया। इसमें अनेक चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर नीति आयोग सदस्य डॉ. सुरेश पाटनकर ने कहा कि मानसिक बीमारियां
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कार्यक्रम की अध्यक्षा ब्रह्माकुमारी नीता दीदी ने इस अवसर पर अपने विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि डॉक्टर धन के साथ-साथ दुआओं की पूंजी भी जमा करें। ब्रह्मा कुमारीज मेडिटेशन सेंटर पर भी शुभ संकल्पों की दवा से अनेक रोगी ठीक हो जाते हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत में ब्रह्माकुमारी डॉक्टर प्रियंका एवं डॉक्टर देवयानी ने विभिन्न एक्टिविटीज के माध्यम से क्रोध, तनाव आदि मनोविकारों को नियंत्रित करने के तरीके बताए। पूरे सत्र में बीच-बीच में कुछ सेकेंड का मेडिटेशन का अभ्यास कराकर रिलैक्स होना सिखाया गया। जिससे वे अपने कार्य क्षेत्र पर जाकर भी इस तरह के अभ्यास से तनाव मुक्त जीवन व्यतीत कर सके एवं अपनी कार्य क्षमता को बढ़ा सके।
डॉ. रचना जैन ने स्वयं का अनुभव साझा करते हुए कहा कि यदि हम अपने सारे बोझ ईश्वर को अर्पण कर देते हैं तो चमत्कारिक रूप से उसकी मदद का अनुभव होता है। उन्होंने यह भी कहा कि वह एक औसत विद्यार्थी थी एवं परीक्षा के नजदीक आते ही उन्हें बहुत डर लगता था और वह घबरा जाती थी और तनाव मुक्त होने के लिए ही उन्होंने आध्यात्मिकता की ओर रुख किया था जिसके बाद उन्होंने एमडी में पूरे एमपी में टॉप किया जबकि बीएएमएस उन्होंने बहुत मुश्किल से पास किया था।
कार्यक्रम के अंत में ब्रह्मा कुमारीज सुख शांति भवन के मेडिकल विंग के संयोजक डॉ. संजीव जयंत ने सभी चिकित्सकों एवं आयोजकों का आभार व्यक्त किया।