बैतूल के टिकारी में बुधवार को एक पेड़ का 35वां जन्मदिन मनाया गया। मोहल्ले के लोगों ने पेड़ की आरती उतारी और फिर यहां नगरपालिका अध्यक्ष ने बर्थडे केक काटा। इस मौके पर मोहल्ले के बच्चों से लेकर जवान और बुजुर्ग मौजूद रहे। 35 साल पहले आज ही के दिन स्वर्ग
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टिकारी में बड़े हनुमान मंदिर के पास हर साल इस पीपल के पेड़ का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाता है।आज भी यहां क्षेत्र के लोगो ने पेड़ की पूजा अर्चना की। यहां नारियल चढ़ाए। दिया अगरबत्ती की और फिर ढाई किलो वजन का केक काटा गया।
नगरपालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी हुए शामिल
पेड़ के इस बर्थडे में नगरपालिका अध्यक्ष पार्वती बाई और उपाध्यक्ष महेश राठौर,क्षेत्र के जनप्रतिनिधि,बच्चे जवान और बुजुर्ग शामिल हुए। नपाध्यक्ष ने यहां पेड़ का केक काटते हुए कहा की पेड़ पर्यावरण संरक्षण में हमारे साझीदार है।इनका संरक्षण,संवर्धन करना बेहद जरूरी है। पेड़ लगाकर उनकी देखरेख करना उन्हे बड़ा करना पुण्य का काम है। लोग अपने घरों के आगे पीछे पेड़ लगाए। पुण्यतिथि,जन्मदिन और खुशी के मौको पर पेड़ लगाने की परंपरा विकसित करे।
छपवाए थे कार्ड
इस पेड़ का बर्थडे मानने क्षेत्र के युवाओं ने बाकायदा इस कार्यक्रम का इन्विटेशन तैयार किया था। इसके लिए कार्ड छपवाकर मोहल्ले वालों,आसपास पड़ोस और परिचितों को यह कार्ड बांटकर कार्यक्रम में पहुंचने का न्यौता दिया गया था। युवकों ने कार्यक्रम के पहले पेड़ पर सजावट की।शामियाना,कुर्सियां लगाई और इसे बाकायदा समारोह का रूप दिया।
पेड़ का जन्मदिन मनाने के लिए रहवासियों को बांटा गया इन्विटेशन कार्ड।
बच्चो की तरह पाला
कार्यक्रम के संयोजक अजय कुमार ने बताया की यहां पहले ऐसा ही विशाल पीपल का पेड़ था।जो पुराना होने के साथ कमजोर हो गया था। 35 साल पहले पेड़ एक बारिश में गिर गया तो पड़ोस में रहने वाले बिहारीलाल जी ने यहां दूसरा पीपल का पौधा रोप दिया। पूरा मोहल्ला इसकी देखरेख करता था। पहले इसे ट्री गार्ड लगाकर सुरक्षित किया गया। तो जैसे-जैसे यह बड़ा होता गया। इसकी देखरेख बढ़ती गई। बाद में।इसका 56 देव बाबा के नाम से नामकरण कर दिया गया।तो लोगो में।इसके प्रति आस्था और मजबूत हो गई।इसके आसपास चबूतरा बना दिया गया।
हर साल मनता है जन्मदिन
इस पेड़ का हर साल बर्थडे मनाया जाता है। जिसमे इसी तरह आयोजन किया जाता है। पूजा के बाद यहां जन्मदिन का केक काटा जाता है।।इस दौरान बच्चे वैसे ही बर्थडे सॉन्ग गाते है।जैसे किसी व्यक्ति के जन्मदिन पर गाया जाता है।बच्चे इसे जमकर सेलिब्रेट करते है। केक काटने के बाद यहां मौजूद मेहमानों को स्वल्पाहार भी करवाया जाता है।