बिहार के लाल पर छिड़ा बवाल, हाई कमिश्नर संजय वर्मा पर ट्रूडो सरकार ने लगाए आरोप, तो भारत ने रगड़ कर रख दिया
कनाडा में तैनात भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा सहित कई भारतीय राजनयिकों और अधिकारियों के खिलाफ बेतुके और झूठे आरोपों को लेकर केंद्र सरकार सख्त कदम उठाया है. भारत ने कनाडा में निशाना बनाए जा रहे अपने उच्चायुक्त सहित दूसरे राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला लिया है. भारत ने इसके साथ ही नई दिल्ली में तैनात कनाडा के एक्टिंग हाई कमिश्नर स्टीवर्ट रॉस व्हीलर और फर्स्ट सेक्रेटरी मैरी कैथरीन जोली सहित 6 कनाडाई राजनयिकों को निष्काषित कर दिया है.
दरअसल जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप निज्जर की हत्या के मामले में भारतीय उच्चायुक्त और राजनायिक संजय कुमार वर्मा को ‘पर्सन ऑफ इंटरेस्ट’ यानी संदिग्ध बताया है. कनाडा की इस भड़काऊ हरकत का भारत ने कड़ा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय ने पहले तो भारत में तैनात कनाडा के प्रभारी राजदूत को तलब करने सख्त नाराजगी जताई. वहीं इसके बाद अपने इन राजनयिकों को कनाडा से वापस बुलाने का ऐलान किया.
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘कनाडा के प्रभारी राजदूत को आज शाम तलब किया गया. उन्हें सूचित किया गया कि कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त, दूसरे राजनयिकों और अधिकारियों को निराधार तरीके से निशाना बनाना पूरी तरह नामंजूर है.’ मंत्रालय ने कहा, ‘इस बात पर जोर दिया गया कि उग्रवाद और हिंसा के माहौल में ट्रूडो सरकार की कार्रवाइयों ने उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है. हमें उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा कनाडाई सरकार की प्रतिबद्धता पर कोई भरोसा नहीं है.’
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विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘इसलिए, भारत सरकार ने उच्चायुक्त और निशाना बनाए जा रहे दूसरे राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है.’ उसने कहा, ‘यह भी सूचित किया गया है कि भारत के खिलाफ उग्रवाद, हिंसा और अलगाववाद को ट्रूडो सरकार के समर्थन के जवाब में भारत आगे कदम उठाने का अधिकार सुरक्षित रखता है.’
कौन हैं संजय कुमार वर्मा?
बिहार में जन्में संजय वर्मा साल 1988 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी है. उनका तीन दशकों से भी लंबा शानदार राजनयिक करियर रहा है. 28 जुलाई, 1965 को जन्मे वर्मा ने पटना विश्वविद्यालय से ग्रैजुएशन की पढ़ाई की और फिर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से फिजिक्स में पोस्ट ग्रैजुएशन किया.
चीनी भाषा में भी महारत
साल 1988 में संजय कुमार वर्मा भारतीय विदेश सेवा के लिए चुने गए. उन्हें हिंदी के अलावा अंग्रेजी और चीन की मंदारिन भाषा में अच्छी पकड़ हासिल है. राजनयिक सेवाओं में आने के बाद उन्हें हांगकांग और चीन में भारतीय उच्चायोग में तैनाती मिली. फिर वह वियतनाम और तुर्की में भारतीय दूतावासों में भी तैनात रहे. इसके बाद उन्होंने मिलान, इटली में भारत के महावाणिज्यदूत के रूप में कार्य किया.
संजय वर्मा को सूडान गणराज्य में भारतीय राजदूत के रूप में भी कार्य किया. सूडान में अपने कार्यकाल के बाद, संजय वर्मा ने नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव और फिर अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्य किया. इसके बाद में उन्होंने जापान और मार्शल द्वीप समूह गणराज्य में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया. वहां से फिर सितंबर 2022 में, उन्हें कनाडा में भारत के उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था.
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FIRST PUBLISHED :
October 14, 2024, 22:38 IST