बिगाड़ के डर से ईमान की बात कहने से पीछे नहीं हटेगा भारत, जंग पर मोदी ने रूस-इजरायल दोनों को सुना दिया
नई दिल्ली: भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया, युद्ध नहीं… पीएम मोदी के ऑस्ट्रिया में ये शब्द थे. भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है. दुनिया भले ही युद्ध की आग में जलने को बेताब रहे, मगर भारत ने सबको शांति की राह दिखाई है. रूस-यूक्रेन के बीच ढाई साल से जंग जारी है. वहीं, इजरायल-हमास भी पिछले 9 महीने से युद्ध लड़ रहे हैं. इन दोनों युद्ध में दुनिया बहुत तबाही देख चुकी है. हजारों निर्दोष अपनी जान गंवा चुके हैं. लाखों बेघर हो गए हैं और न जाने कितनों की जिंदगी तहस-नहस हो चुकी है. फिर भी युद्ध की आग बुझती नहीं दिख रही है.
भारत को नहीं किसी की परवाह
दुनिया के कई देश जंग की आग को और भड़काने में लगे हैं. वहीं, कई शांति की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. रूस से अच्छी दोस्ती की वजह से भारत पर सवाल उठ रहे हैं कि ‘क्या बिगाड़ के डर से ईमान की बात न कहोगे’. मगर दुनिया को यह समझ जाना चाहिए कि जहां भी युद्ध और शांति में से किसी एक को चुनने की बारी आती है, भारत बेहिचक शांति को ही गले लगाता है. भारत वह देश नहीं जो किसी की नाराजगी के डर से सच न बोले.
पीएम मोदी ने इजरायल-रूस को सुनाया
इजरायल-हमास जंग और रूस-यूक्रेन युद्ध के मामले में भी पीएम मोदी ने दुनिया को बता दिया कि भारत बिगाड़ के डर से ईमान की बात कहने से पीछे नहीं हटेगा. इसका सबूत पीएम मोदी ने रूस दौरे के दौरान दे दिया. पीएम मोदी ने पुतिन के घर में साफ तौर पर कह दिया कि जंग में निर्दोषों की मौत भारत को किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है. पीएम मोदी ने रूस यात्रा के दौरान पुतिन से साफ शब्दों में कहा कि बम, बंदूकों और गोलियों के बीच शांति के प्रयास सफल नहीं होते. पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्धक्षेत्र में संभव नहीं है और बम, बंदूकों तथा गोलियों के बीच शांति वार्ता सफल नहीं होती.
भारत को शांति है प्रिय
जब बात विश्व शांति की आती है तो भारत दोस्ती की भी परवाह नहीं करता. यही वजह है कि भारत बगैर किसी बात की परवाह किए, रूस और इजरायल दोनों को शांति का पाठ पढ़ा रहा है. पीएम मोदी ने साफ तौर पर रूस की धरती से ही पुतिन को संदेश दे दिया कि बेगुनाह बच्चों की मौत हृदय-विदारक और बहुत पीड़ादायी है. उन्होंने यूक्रेन में बच्चों के एक अस्पताल पर रूसी हमले के संदर्भ में यह बात कही थी. वहीं, उन्होंने ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर से बातचीत में कहा कि चाहे गाजा हो या यूक्रेन, निर्दोष नागरिकों की मौत स्वीकार्य नहीं है. पीएम मोदी ने कहा, ‘युद्ध हो, संघर्ष हो या आतंकवादी हमले हों, अगर लोगों की जान जाती है तो मानवता में विश्वास करने वाला हर व्यक्ति दुखी होता है. उस पर भी यदि बेगुनाह बच्चों की हत्या हो, जब हम निर्दोष बच्चों को मरते हुए देखते हैं तो यह हृदय-विदारक और बहुत पीड़ादायी होता है.’
यह युद्ध का समय नहीं
ऑस्ट्रिया की धरती से पीएम मोदी ने इजरायल और रूस दोनों को एक साथ सुनाया है. पीएम मोदी ने साफ कहा है कि यह युद्ध का समय नहीं है. समस्याओं का समाधान युद्ध के मैदान से नहीं निकाला जा सकता है. भारत और रूस के बीच पक्की दोस्ती है, फिर भी जब बात युद्ध और शांति में से किसी एक को चुनने की रही तो भारत ने शांति को ही चुना. यही वजह है कि भारत ने रूस से कहा है कि वह युद्द के मैदान को छोड़े और बातचीत के जरिए मसले को हल करे. रूस और भारत के बीच कितनी पक्की दोस्ती है, यह अमेरिका भी अच्छे से जानता है. यही वजह है कि अमेरिका का भी मानना है कि केवल भारत ही रूस से कहकर युद्ध को खत्म करवा सकता है.
Tags: Israel, PM Modi, Russia ukraine war
FIRST PUBLISHED :
July 11, 2024, 09:05 IST