प्रयागराज में डाकघर से जुड़े अभिकर्ता द्वारा कई करोड़ रुपये गबन करने का मामला सामने आया है। दारागंज थाने में सहायक अधीक्षक डाक घर दक्षिणी उपमंडल दारागंज अर्जित कुमार सोनी गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई है। अभिकर्ता नीति श्रीवास्तव, उसकी भाभी गौरी व भाई स्व.
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दारागंज डाकघर में कुछ ग्राहक पासबुक लेकर बचत योजनाओं में जमा राशि के बारे में पड़ताल करने पहुंचे तो जानकारी हुई उनका खाता तो डाकघर में है ही नहीं। जबकि ग्राहक अभिकर्ता निखिल श्रीवास्तव को हर माह रकम देते रहे।
ग्राहकों से लेता रहा रुपये, पासबुक में किया खेल
असल में अभिकर्ता ग्राहकों से रुपये लेता रहा और पासबुक पर फर्जी तरीके से डिटेल डालता रहा। एक के बाद एक कई ऐसे ग्राहक अभिकर्ता की शिकायत लेकर पहुंचे। अभिकर्ता द्वारा करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया तो महकमें में खलबली मच गई। शिकायत पर विभागीय जांच हुई। जांच के बाद इस मामले में शनिवार शाम सहायक अधीक्षक डाकघर दक्षिणी उपमंडल दारागंज अर्जित कुमार सोनी ने दारागंज थाने में तहरीर दी। आरोप है कि नीति श्रीवास्तव निवासी अलोपीबाग ने दारागंज उपडाकघर में अभिकर्ता की एजेंसी ली थी।
उसने दारागंज निवासी भाई निखिल व भाभी गौरी श्रीवास्तव के साथ मिलकर ग्राहकों से रुपये लिए, लेकिन इसे डाकघर में जमा नहीं किया।आरोपियों ने मिलकर करोड़ों रुपये का गबन किया। इतना ही नहीं ग्राहकों को फर्जी पासबुक भी दी गई थी। निखिल की मौत हो चुकी है। थाना प्रभारी डाकघर तुषार दत्त त्यागी ने बताया कि तहरीर के आधार पर निखिल, नीति व गौरी श्रीवास्तव के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।