वाराणसी: आखिरकार दिल्ली को एक नया सीएम मिल गया है। इस बार की सीएम हैं मैडम चीफ मिनिस्टर आतिशी। असल में आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने शनिवार को दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। कम लोग जानते हैं कि आतिशी का बनारस और पूर्वांचल से गहरा नाता है। वह काशी की बहू हैं। मूलरूप से मिर्जापुर के मझवां ब्लॉक के अनंतपुर गांव के रहने वाले उनके पति का पूरा परिवार लंबे समय से वाराणसी के लंका क्षेत्र में निवास करता है।
आतिशी और प्रवीण की शादी 2006 में बनारस में धूमधाम से हुई थी। दिल्ली की सक्रिय राजनीति में आने से पूर्व तक काशी उनका स्थायी ठिकाना हुआ करता था। प्रवीण बनारस के पढ़े-लिखे, बौद्धिक और प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते हैं। आतिशी की ससुराल बेहद शिक्षित परिवार के रूप में जानी जाती है। आतिशी के ससुर बीएचयू के पूर्व कुलपति रह चुके हैं।
आईआईटी और आईआईएम से पढ़े हैं प्रवीण
आईआईटी और आईआईएम जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों से शिक्षा हासिल करने के बाद समाज कार्य में जुटे आतिशी के पति प्रवीण ने खुद को पूरी तरह इसी में समर्पित कर दिया है। आतिशी की बात करें तो पिछले दो सालों में तो आतिशी आप का सबसे विश्वसनीय चेहरा बनकर उभरी हैं।
पति प्रवीण से कैसे हुई मुलाकात?
आतिशी और प्रवीण की मुलाकात भी समाज सेवा के काम के दौरान ही हुई थी। गांवों के विकास के लिए मिलकर काम करने की वैचारिक समानता के कारण दोनों करीब आए। आतिशी सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पढ़ीं, फिर ऑक्सफोर्ड गईं। सामाजिक कार्यों के दौरान प्रवीण से उनकी मुलाकात हुई और कुछ समय बाद दोनों ने शादी कर ली।
केजरीवाल और सिसोदिया की भरोसेमंद हैं आतिशी
आतिशी केजरीवाल और सिसोदिया की भरोसेमंद केजरीवाल और सिसोदिया के जेल में रहते हुए पार्टी का मजबूती से स्टैंड रखती रही हैं। इस साल स्वतंत्रता दिवस पर जेल में रहते हुए केजरीवाल ने तिरंगा फहराने के लिए आतिशी के नाम की सिफारिश की थी। 2013 के विधानसभा चुनावों के लिए आप का घोषणापत्र तैयार करने वाली समिति की प्रमुख सदस्य थीं।