मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान बुधवार को हमने राजनाथ सिंह के साथ दौरा किया. इसी दौरान उन्होंने हमसे विस्तार से तमाम मुद्दों पर बात की. चुनावी रैलियों में रक्षा मंत्री इस बात पर जोर देते दिखे कि कांग्रेस पार्टी की योजना जनता की गाढ़ी कमाई और उनकी संपत्तियां हड़पने की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कांग्रेस पर देश में मुस्लिमों को आरक्षण देने के आरोप के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा, ‘धर्म के आधार पर आरक्षण देने की संविधान में कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन लोगों को बरगलाना कांग्रेस की आदत है.’
इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी की ओर से जिस ‘वेल्थ एक्स-रे’ की बात की जा रही है उससे अर्थव्यवस्था चरमारा जाएगी. उन्होंने कहा कि यह एक तरह से वित्तीय अव्यवस्था फैलाना है. इसके लिए कीमत चुकानी पड़ेगी. आज कांग्रेस की विचारधारा मानसिक दिवालियापन का शिकार है. मतदाताओं का उनसे मोहभंग हो गया है. यह चीज पहले दो चरणों के मतदान के दौरान दिख भी गई है. इन्हीं मतदाताओं की वजह से वोट प्रतिशत गिरा है.
कांग्रेस पार्टी का मैनिफेस्टो के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि जाति, पंथ या मजहब के आधार पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. इंसाफ और इंसानियत ही राजनीति का आधार होना चाहिए.
सवाल: प्रधानमंत्री ने न्यूज18 को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कांग्रेस के मैनिफेस्टो पर कड़ा प्रहार किया था और इसे मुस्लिम लीग जैसा बताया था…
जवाब: मैं मानता हूं कि जाति, पंथ या मजहब के आधार पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. इंसाफ और इंसानियत के आधार पर राजनीति होनी चाहिए. लेकिन, आजादी के वक्त से ही कांग्रेस व्यक्तिगत राजनीतिक फायदे के लिए जाति, पंथ और मजहब की राजनीति कर राष्ट्र को बांटने की कोशिश की है.
उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. उन्होंने धर्म के आधार पर आरक्षण का वादा किया है. लेकिन, हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है. लेकिन, लोगों को बरगलाकर उनका समर्थन हासिल करना यह कांग्रेस की पुरानी आदत है. आज भी उसकी यह आदत बरकरार है. इसी कारण आज के समय में उनका अस्तित्व खतरे में दिख रहा है.
आजादी के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए. मैं मानता हूं कि गांधी ने काफी सोचने विचारने के बाद यह बात कही थी. लेकिन, उन्होंने बापू की बात का सम्मान नहीं किया. आज कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई है कि जनता ही कांग्रेस को भंग करने की बापू की इच्छा पूरी कर देगी.
सवाल: राहुल गांधी ने हर किसी का ‘वेल्थ एक्स-रे’ कराने की बात कही है. क्या यह एक खतरनाक विचार है? गांवों में लोग चिंतित दिख रहे हैं…
जवाव: … और इस बात की इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम प्रित्रोदा ने सीधे तौर पर पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका में एक ऐसा सिस्टम है जिसमें किसी के निधन के बाद उसकी संपत्ति पर 55 फीसदी विरासत कर लिया जाता है. इससे भीषण वित्तीय मंदी आ जाएगी और देश को एक भीषण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा. फिर लोगों के पास कड़ी मेहनत करने और संपत्ति बनाने के पीछे कोई कारण नहीं रह जाएगा. आखिर वे क्यों काम करेंगे?
कांग्रेस की इस सोच से वित्तीय अव्यवस्था और परेशानी पैदा हो जाएगी. इसके लिए उनको भुगतना पड़ेगा. यहां तक कि महात्मा गांधी और आजादी के लिए लड़ने वाले तमाम नेता ऐसा नहीं सोचते थे. न ही हमारे संविधान निर्माताओं ने ऐसा कोई प्रस्ताव रखा था. मुझे नहीं पता कि कांग्रेस पार्टी को यह तथाकथित नवीन विचार कहां से मिला. मैं बस इतना ही कहूंगा- विनाश काले विपरित बुद्धि.
सवाल: विपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कह रहे हैं कि भाजपा संविधान बदलने, रिजर्वेशन खत्म करने और भविष्य में चुनाव न कराने के लिए 400+ सीटें हासिल करने का नारा दे रही है.
जवाब: मैं कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहता हूं कि वे कब तक लोगों से झूठ बोलते रहेंगे? आप कब तक उन्हें बरगलाते रहेंगे? भाजपा इस बात को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि हम संविधान की मूलभूत संरचना में कोई बदलाव नहीं करेंगे. हमने यह बात बार-बार कही है. हम जो कहते हैं वह हमेशा करते हैं. जनता के बीच हमारी एक विश्वसनीयता है और हम कभी भी ऐसा सवाल नहीं आने देंगे. आरक्षण हमेशा बना रहेगा.
सवाल: राहुल गांधी कहते हैं कि पीएम मोदी उनसे डरते हैं. भाजपा की सरकार ने अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन को जेल भेज दिया, लेकिन वह कभी भी उन्हें नहीं डरा सकती…
जवाब: (राजनाथ सिंह हंसते हुए) जनता जानती है कि प्रधानमंत्री जैसा व्यक्ति किससे कितना डरता है… मैं राहुल गांधी के बारे में केवल एक शब्द कहूंगा- आत्मश्लाघा. अपने खुद के बारे में उनकी सोच गलत है और यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी लगातार गिर रही है, लेकिन वह इससे कुछ सीख नहीं रहे हैं.
सवाल: पीएम मोदी ने 2006 और 2009 के मनमोहन सिंह के बयान, जिसमें उन्होंने देश के संसाधनों पर मुस्लिमों के प्रथम अधिकार की बात कही थी, का जिक्र किया…
जवाब: मैं मानता हूं कि हर किसी को एक समान अधिकार मिलना चाहिए. मैं इसको लेकर स्पष्ट हूं. हमारे संविधान में भी मजहब के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था नहीं है. तो फिर कांग्रेस पार्टी यह कैसे करेगी? एक तरह वे कहते हैं कि संविधान को नहीं बदला जाना चाहिए लेकिन दूसरी तरफ आप मुस्लिमों को बरगला रहे हैं. आप मजहब के आधार पर आरक्षण की बात कर रहे हैं. यह कैसे संभव है?
सवाल: कांग्रेस कह रही है कि भाजपा अब मूल नारे ‘अबकी बार 400 पार’ के बारे में बात नहीं कर रही है. वह चिंतित है… वोट प्रतिशत भी गिरा है…
जवाब: वह कांग्रेस है जो चिंतित है. अमेठी और राजबरेली में क्या हुआ… मुझे लगता है कि उनमें वहां से चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं दिख रही है. अब आप ही देखिए कौन चिंतित है. वोट प्रतिशत इसलिए गिरा क्योंकि लोगों का कांग्रेस से मोहभंग हो गया है. उनको लगता है कि अब कांग्रेस का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर है. ऐसे में उनके वोटर मतदान करने नहीं निकले इस वजह से मत प्रतिशत गिरा है.
हमारा वोटर उत्साहित और खुश है. वह जानता है कि मोदी के शासन में भारत का कद बढ़ा है और वह हमारे लिए वोट कर रहा है. हमारा वोटर भारत की तेज आर्थिक प्रगति से खुश है. आईएमएफ ने भी हमारी आर्थिक प्रगति की प्रशंसा की है.
सवाल: यह चुनाव पूरी तरह से पीएम मोदी के चेहरे और उनकी गारंटियां लड़ा जा रहा है, ऐसा क्यों?
हां, हम यह चुनाव मोदी के चेहरे पर लड़ रहे हैं. यह सच्चाई है क्योंकि बीते 10 सालों में उन्होंने कर दिखाया है. उन्होंने जो भी वादे किए थे, उसे उन्होंने पूरा किया है. यहां तक कि उससे आगे बढ़कर किया है. ऐसे में यह स्वाभाविक है कि मोदी ने अपनी विश्वसनीयता बनाई है और इसको लेकर उनका शानदार रिकॉर्ड रहा है. इस आधार पर हम चुनाव प्रचार में जनता से वोट मांग रहे हैं और इसके बारे में बात कर रहे हैं.
सवाल: उत्तर प्रदेश में आप क्या देख रहे हैं? 2014 में एनडीए ने 80 में से 73 और 2019 को 64 सीटें जीते थे.
जवाब: हमारा लक्ष्य 80 में से 80 सीटें जीतने का है. यह हमारी कोशिश है. एक या दो सीट पर कुछ दिक्कत आ सकती है. लेकिन, निश्चिततौर पर हम पहले से बेहतर प्रदर्शन करेंगे. हम निश्चिततौर पर उत्तर प्रदेश में 73 सीटों का रिकॉर्ड तोड़ेंगे.
सवाल: इस चुनाव में आप राम मंदिर के मुद्दे को भी उठा रहे हैं और कह रहे हैं कि हमने कर दिखाया. लेकिन न तो अखिलेश यादव और न ही गांधी परिवार के सदस्य निमंत्रण के बावजूद दर्शन करने गए.
जवाब: जनता इस बात से दुखी है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में गांधी परिवार और अखिलेश शामिल नहीं हुए. लोग इन नेताओं की सोच पर तरस खा रहे हैं. बुद्धि मारी गई है इनकी.. मति मारी गई है इनकी. कांग्रेस पार्टी मानिसक रूप से दिवालिया हो गई है. प्राण प्रतिष्ठा आरएसएस का कार्यक्रम नहीं था. कई राजनीतिक दल इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
सवाल: बिहार और महाराष्ट्र में भाजपा मजबूत है लेकिन आपके सहयोगी कमजोर दिख रहे हैं. चाहे नीतीश कुमार हों या फिर एकनाथ शिंदे और अजित पवार.
जवाब: देखिए, इस समय जनता ये सब नहीं देख रही है. वह केवल यही देख रही है कि तीसरी बार नरेंद्र मोदी को भारी मार्जिन से पीएम बनाना है. हो सकता है कि हमारे सहयोगियों की कुछ दिक्कत हो या जनता उनसे थोड़ा-बहुत नाराज हो लेकिन मोदी के लिए वह इन चीजों को नजरअंदाज कर देगी.
सवाल: आपकी सीट लखनऊ से भाजपा तीन दशक से जीत रही है. आज वहां से तीसरी बार मैदान में हैं. मेरी कई मुसलमानों से बात हुई है जो आपको वोट देने की बात कहते हैं.
जवाब: हां, लखनऊ में मुस्लिम मुझको वोट देते हैं और मुझे उम्मीद है कि इस बार यह प्रतिशत और बढ़ेगा. आपने कल लखनऊ में मेरे नामांकन में यह देखा होगा. सभी समुदाय के लोग मौजूद थे. ईसाई समुदाय के लोग भी वहां मौजूद थे. ये सभी अपनी तरफ से आए थे.
.
Tags: Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Rajnath Singh
FIRST PUBLISHED :
May 1, 2024, 12:35 IST