26 सेक्टरों के 6 लाख लोगों को से मीठा जल (गंगाजल) मिलने लगेगा। इसके लिए तीसरे फेज 37.50 क्यूसेक गंगाजल (90 एमएलडी) परियोजना का 94.50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। ये काम उप्र जल निगम कर रही है। परियोजना पर 304.18 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है। इसमें 22
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वर्तमान में इस लाइन को कुछ स्थानों पर इंटर कनेक्ट किया जाना है। जिसके बाद इसमें गंगाजल की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। गंगाजल प्रताप विहार प्लांट से आएगा। इसका लाभ नोएडा के 6 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा। अक्टूबर 2024 में इसके पूरा होने की संभावना है।
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गंगाजल परियोजना के रिजर्व वायर
परियोजना से नोएडा को कुल 330 एमएलडी गंगाजल की सप्लाई हो जाएगी। वर्तमान में 240 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति की जा रही है। यह योजना 50 क्यूसेक गंगाजल की है। जिसमें नोएडा का 75 प्रतिशत 37.50 क्यूसेक गंगाजल नोएडा को मिलेगा। बाकी गाजियाबाद को सप्लाई किया जाएगा।
मार्च 2018 में शुरू किया गया था प्रोजेक्ट
14 मार्च 2018 को योजना पर कार्य शुरू किया गया। 30 नवंबर 2021 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। इस योजना को अब अक्टूबर 2024 तक पूरा किया जाएगा। प्राधिकरण ने बताया कि इस लाइन को चालू करने के लिए कई स्थानों पर इंटर कनेक्ट किया जाना है। ये कार्य किया जा रहा है। इसके बाद लाइन टेस्टिंग की जाएगी। जिसके बाद गंगाजल की सप्लाई शुरू हो सकेगी।
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नोएडा प्राधिकरण का सेक्टर-6 स्थित प्राधिकरण का कार्यालय
आइए जानते है कितना हो गया काम पूरा
वर्तमान में प्राइमरी ट्रीटमेंट का कार्य 100 प्रतिशत पूरा किया जा चुका हैं। 120 एमएलडी क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य करीब पूरा हो चुका है। 1500 एमएमडाया की 7.8 किमी लंबाई में पाइप बिछाने के का काम किया जा रहा है। फिलहाल ये पैंच पूरा होने के बाद लोगों को गंगाजल मिलेगा।
इस लाइन से किन सेक्टरों को मिलेगा फायदा
इस परियोजना से 26 सेक्टरों के लाखों लोगों को गंगाजल की आपूर्ति की जा सकेगी। इसमें सेक्टर-122,128,130,131,133,134,135,137,143,144,145,143बी,146,147,151,168,शामिल है। इन सेक्टरों में करीब 6 लाख लोग रहते है। साथ ही इनमे से कुछ सेक्टर औद्योगिक विकास के है।