सेमीकॉम इंडिया 2024 में चिप इंडस्ट्री के बारे में जानकारी लेते सीएम योगी आदित्यनाथ।
देश का दूसरा और प्रदेश का पहला सेमीकंडक्टर पार्क यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे बन रहा है। इसमें निवेश करने के लिए 5 कंपनियों ने कदम बढ़ाए हैं। नोएडा एयरपोर्ट के पास सेक्टर-10 में 300 एकड़ और सेक्टर-28 में 125 एकड़ में सेमीकंडक्टर बनाने के लिए इन कंपनि
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इन इकाइयों में बैटरी व अडॉप्टर में लगने वाली चिप प्रमुख रूप से बनाई जाएंगी। यहां चिप के उत्पादन से ऑटो मोबाइल सेक्टर में बड़े स्तर के बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है। कंपनी को सेमीकंडक्टर के लिए न्यूनतम 40 से 80 हजार करोड़ रुपए तक निवेश करना होगा। इन इकाइयों से सेमीकंडक्टर के मामले में भारत की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी बना रही सेमीकंडक्टर पार्क
ये कंपनियां है शामिल
सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने के लिए सेक्टर-10 में वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट (एचसीएल) ने भी 100 एकड़, एडिटेक सेमीकंडक्टर प्राइवेट लिमिटेड ने 100 एकड़, भारत सेमी सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड ने 50 एकड़, कीन्स सेमीकॉन प्राइवेट लिमिटेड ने भी 50 एकड़ भूमि की जरूरत बताई है। इसके अलावा सेक्टर-28 में ताइवान की टार्क कंपनी ने 125 एकड़ भूमि की मांग की है। प्राधिकरण ने टार्क और एचसीएल को अनुमति देते हुए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है।
देश में दो साल में 3 लाख कुशल पेशेवर तैयार होंगे
भारत का सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम सिर्फ भारत नहीं, बल्कि ग्लोबल चैलेंज को सॉल्यूशन देगा। 2027 तक रिसर्च एंड डेवलपमेंट ( आरएंडडी), डिजाइन , मैन्यूफैक्चरिंग और पैकेजिंग में करीब 2.5 से 3 लाख कुशल पेशवरों की आवश्यकता होगी। 2030 तक यहां करीब 100 अरब अमेरिकी डॉलर का उद्योग बनने की उम्मीद है। ये विस्तार देश के आर्थिक और औद्योगिक विकास के अनुरुप 2026 तक करीब 10 लाख वैश्चिक नौकरियां पैदा करेगा। दरअसल ये सेमीकंडक्टर स्कोप का पहला फेज है।
सेमीकॉन 2024 में सीएम योगी आदित्यनाथ
इस क्रम में ही सेमीकॉन इंडिया 2024 का आयोजन नोएडा के एक्सपो सेंटर में किया जा रहा है। जिसमें 29 देशों के 800 से ज्यादा एक्जिबिटर चीप इंडस्ट्री की नई तकनीक से कारोबारियों और निवेशकों को बता रहे है। ये इंडस्ट्री सिर्फ रोजगार ही नहीं देगा बल्कि पहले फेज में 85 हजार टेक्नीशियन, इंजीनियर्स और आरएंडडी एक्सपर्ट्स की सेमीकंडक्टर वर्क फोर्स तैयार कर रहे हैं।
एक छत के नीचे मिले इंडस्ट्री को बनाने वाले 11 घटक
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ डॉ. रणधीर ठाकुर ने कहा कि चिप कंडक्टर के निर्माण से हजारों सोफेस्टिकेटेड सेमीकंडक्टर पार्टनर्स की जरूरत होती है जो टीम की तरह काम करती है। कुल 11 महत्त्वपूर्ण घटक के जरिए चिप निर्माण पूरा होता है जिसमें डिजाइन, सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर व लॉजिस्टिक्स महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत सरकार की पहल से ये सभी जरूरी 11 ईकोसिस्टम के प्रतिनिधि कार्यक्रम में सम्मिलित हैं।
इनवेस्टर्स से बातचीत करते सीएम योगी आदित्यनाथ
क्या कहते है इंवेस्टर्स इसे देखे
डेहून ली, हानयांग इंजीनियरिंग ने बताया कि हमारी साउथ कोरिया की कंपनी है। भारत में सेमी कंडक्टर का स्कोप ज्यादा है। भारत की हाल के वर्षों में तरक्की पूरी दुनिया ने देखी है। यहां लोग उन्नत तकनीक अपना रहे हैं, जिसकी वजह से सेमीकंडक्टर का स्कोप लगातार बढ़ता जा रहा है।
केन उकावा, सिंगापुर ने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर का बिजनेस भले ही अभी छोटा है, लेकिन उम्मीद है कि मोदी के विजन से यह बहुत जल्द बहुत बड़ा हो जाएगा। भारत में पहली बार इस तरह का इवेंट हो रहा है। दुनिया के अलग-अलग देशों से कंपनियां आई हैं। यह प्रभावित करने वाला है।
इनवेस्टर्स से बातचीत करते सीएम योगी आदित्यनाथ
राहुल, जर्मन कंपनी विस्को टेक के प्रतिनिधि ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में कानून व्यवस्था में बड़ा सुधार हुआ है, जिसके कारण विदेशी कंपनियां भी निवेश के लिए उत्तर प्रदेश आ रही हैं। हमारी कंपनी लगातार साल दर साल यहां निवेश बढ़ा रही है।
अलंकार ढोब्ले, पिनेटिक्स ने कहा कि यूपी में निवेश करना अब बहुत अच्छा हो गया है, क्योंकि सरकार यहां जिस तरह सुविधाएं उपलब्ध करा रही है वह निवेश बढ़ाने के लिहाज से बहुत अच्छा कदम है। योगी जी ने जिस तरह सहयोग का भरोसा दिया है, उससे निवेशकों में उत्साह है, जो राज्य में निवेश बढ़ाने को लेकर काफी कारगर साबित होगा।