पुलिस लाइन में ई-रिक्शा चालक की हत्या का खुलासा करते हुए एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक।
सहारनपुर में 10 अगस्त को ई-रिक्शा चालक इस्लाम की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने एक हत्यारोपी समेत दो आरोपियों को अरेस्ट किया है। दोस्त ने स्मैक पिलाकर पहले ई-रिक्शा चालक का नाक और मुंह दबाकर हत्या की थी। उसके बाद अपने लेटर से शव को जला
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बारिश के कारण सड़ गई थी बॉडी
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हत्यारोपी के साथ चोरी की बैटरी खरीदने वाला आरोपी।
पुलिस लाइन सभागार में एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि थाना देहात कोतवाली में 12 अगस्त 2024 को एक हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। मृतक के भाई मिनवाक ने तहरीर देकर बताया था कि 10 अगस्त को उसका भाई इस्लाम ई-रिक्शा लेकर घर से निकला था।
लेकिन वो दो दिनों तक घर नहीं लौटा। जिसके बाद 12 अगस्त को उसका शव चुनमुन के बाग में पड़ा मिला था। शव जला हुआ भी था। बारिश होने के कारण शव क्षत-विक्षत हो गया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
सीसीटीवी से हुआ खुलासा एसपी सिटी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों का पता नहीं चला। शव पर बर्न के निशान थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी खंगाले। सीसीटीवी में जुनैद नाम एक युवक मृतक इस्लाम की ई-रिक्शा में बैठा हुआ दिखाई दिया।
जुनैद ट्रक पर हैल्पर का काम करता है, वो लगातार बाहर चल रहा था। उसकी तलाश की जा रही थी। वो सहारनपुर में भी नहीं आ रहा था। लेकिन आरोपी को मुखबिर की सूचना पर रविवार को अरेस्ट कर लिया गया है।
उसके साथ में चोरी की बैटरी खरीदने वाले फैजान को भी अरेस्ट किया गया है। आरोपियों के पास से चोरी की ई-रिक्शा, चार बैटरी, एक आधार कार्ड, एक पैन और एक वोटर आईडी के साथ सेंट्रो कार बरामद हुई है।
हत्यारोपी जुनैद का पुलिस के सामने कबूलनामा पूछताछ में आरोपी जुनैद ने बताया कि मृतक इस्लाम को वो पहले से जानता था। दोनों ने कई बार एक साथ स्मैक का नशा करते थे। 10 अगस्त को भी दोनों ई-रिक्शा में बैठकर हलालपुर के जंगल में चुनमुन के बाग में पहुंचे। दोनों ने स्मैक का नशा किया। नशे की हालत में उसकी नीयत खराब हो गई और ई-रिक्शा को बेचकर पैसा लेने का प्लान बनाया।
पूछताछ में आरोपी जुनैद ने बताया कि इस्लाम को उसने ज्यादा स्मैक पिला दी थी। खुद कम पी थी। जब इस्लाम ज्यादा नशे में हो गया। तो वो उसकी ई-रिक्शा चोरी कर जाना चाहता था। लेकिन इस्लाम उसे जानता था। जिस कारण उसकी हत्या करने का प्लान बना लिया। हत्यारोपी जुनैद ने इस्लाम के अपने दोनों हाथों से नाक और मुंह को बंद कर दिया। जिसके बाद इस्लाम तड़पता रहा। तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई। फिर हत्यारोपी ने अपने लेटर से उसके शव को जलाने का प्रयास किया। लेकिन बारिश होने के कारण शव ज्यादा नहीं जल सका।
हत्यारोपी ने बताया कि इस्लाम की हत्या करने के बाद वो ई-रिक्शा लेकर चला गया। उसने ई-रिक्शा को यमुना नहर पर दतौली रांगड़ जाने वाले रास्ते के पुलिस के पास कच्ची पटरी पर छिपा दिया। उसके बाद वो गांव में फैजान के पास गया। उसको चोरी की बैटरी खरीदने का ऑफर दिया। फैजान अपनी सेंट्रो गाड़ी में बैठाकर ई-रिक्शा के पास पहुंचा। ई-रिक्शा से चारों बैटरियां खोलकर फैजान अपने साथ ले गया। फैजान ने जुनैद को 14 हजार रुपए बैटरियों के दिए।