देवरिया डीएम रहे अखंड प्रताप सिंह ने तबादले के पूर्व नोनापार के ग्राम प्रधान के अधिकार को बहाल कर दिया। अनियमितता की शिकायत पर डीएम ने ग्राम प्रधान के अधिकार को 21 जून को सीज कर दिया था। इसकी जांच जिला युवा कल्याण अधिकारी नीतीश कुमार राय कर रहे थे। उ
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आइए जानते हैं पूरा मामला
भटनी विकास खंड के नोनापार निवासी मोनू तिवारी ने शिकायत की थी कि गांव में आरसीसी सड़क निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया है। तत्कालीन डीएम अखंड प्रताप सिंह ने ग्राम प्रधान से स्पष्टीकरण की मांग की थी, लेकिन ग्राम प्रधान के द्वारा कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। जिसके बाद तत्कालीन डीएम अखंड प्रताप सिंह ने 21 जून को ग्राम प्रधान के अधिकार को सीज करते हुए त्रिस्तरीय कमेटी गठित कर गांव में विकास कार्य कराने का आदेश दिया था। साथ ही जिला युवा कल्याण अधिकारी नीतीश कुमार राय को प्रकरण के जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी।
21 जून के आदेश को किया निरस्त
जांच में अधिकारी ने पाया कि कार्यों में की गई अनियमितता दूर कर ली गई है। इसके बाद उन्होंने 27 जून को अपनी रिपोर्ट डीएम को दे दी थी। तत्कालीन डीएम अखंड प्रताप सिंह ने 12 जुलाई को अपने 21 जून के आदेश को निरस्त करते हुए नोनापार के ग्राम प्रधान के अधिकार को बहाल कर दिया। बताते चलें कि डीएम अखंड प्रताप सिंह का 13 जुलाई को शासन ने तबादला कर दिया है।