नई दिल्ली. दिल्लीवालों के लिए इन दिनों नई-नई मुश्किलें सामने आ रही हैं. कई सप्ताह तक चले हीट वेव ने हालत खराब दिया था. उसके बाद एक दिन हुई मूसलाधार बारिश ने कोहराम मचा दिया. फिलहाल दिल्ली वासी उमस वाली गर्मी से परेशान हैं. अब सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने जीना मुहाल कर रखा है. टमाटर से लेकर आलू और प्याज तक की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि ने किचन के साथ ही जेब की हालत भी खराब कर रखी है.
दरअसल, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में देर से हुई बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान के चलते दिल्ली में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में आम लोगों को टमाटर जैसी रोजमर्रा की चीजें दोगुनी कीमत पर खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है. थोक बाजारों में दुकानदारों ने बताया कि खासतौर पर आलू, प्याज और टमाटर जैसी रसोई की मुख्य सब्जियों के साथ ही फूलगोभी, पत्तागोभी और लौकी जैसी हरी सब्जियों के दामों में उछाल आया है.
आजादपुर सब्जी मंडी का हाल
आजादपुर सब्जी मंडी के एक व्यापारी संजय भगत ने बताया, ‘फिलहाल टमाटर का थोक भाव 50 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम है. स्थानीय किस्म का टमाटर 1,200 रुपये प्रति 28 किलोग्राम (एक क्रेट) और हाइब्रिड किस्म का टमाटर 1,400 से 1,700 रुपये में बिक रहा है. पहले टमाटर का भाव 25-30 रुपये प्रति किलोग्राम था.’ उन्होंने आगे कहा, ‘थोक बाजार में अन्य सब्जियों की कीमत करीब 25 से 28 रुपये प्रति किलोग्राम है. जो सब्जियां 10 से 15 रुपये में बिकती थीं, वे अब 25 से 30 रुपये में मिल रही हैं. बीन्स की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है, जो 40 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही हैं.’
तेज गर्मी और बारिश में देरी से कीमतों में उछाल
इस साल तेज गर्मी और बारिश में देरी के कारण कीमतों में उछाल आया है. व्यापारी संजय भगत ने कहा कि ज्यादातर सप्लायर हिमाचल प्रदेश से टमाटर मंगाते हैं, जहां इस बार फसल सूख गई है. उन्होंने कहा कि पहाड़ों में फसलें बारिश पर निर्भर करती हैं और इस बार गर्मी बहुत थी और बारिश बहुत कम हुई. इससे पौधे सूख गए. उन्होंने बताया कि सूखे के बाद भारी बारिश हुई, जिससे फसलों को और नुकसान पहुंचा है.
ओखला सब्जी मंडी में क्या है स्थिति
ओखला सब्जी मंडी के एक व्यापारी ने बताया कि अभी केवल दो जगहों से टमाटर की आपूर्ति हो रही है- कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश. महाराष्ट्र से 10-15 अगस्त के आसपास नई फसल आने तक कीमतें ऊंची रहेंगी. दिल्लीवालों ने बताया कि सब्जियों की ऊंची कीमतों ने उनके बजट को बिगाड़ दिया है. लक्ष्मी नगर सब्जी मंडी में किराने का सामान खरीद रहीं सरिता ने कहा, ”मैं सीमित मात्रा में ही खरीद रही हूं और सिर्फ वही चीजें खरीद रही हूं, जो रसोई में बिल्कुल जरूरी हैं. आम आदमी अभी सब्जियां नहीं खरीद सकता.’
महरौली सब्जी मंडी का हाल
महरौली सब्जी मंडी में दीपक ने कहा, ‘पहले 200 से 300 रुपये में हम पूरे हफ्ते की सब्जियां खरीद लेते थे, लेकिन अब यह दो से तीन दिन में ही खत्म हो जाती हैं. रसोई का बजट संभालना मुश्किल हो गया है.’ दूसरी ओर, कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद कई रेस्टोरेंट कीमतों में बदलाव करने से बच रहे हैं. कनॉट प्लेस में जेन रेस्टोरेंट के मालिक और नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मानद कोषाध्यक्ष मनप्रीत सिंह ने कहा कि ज्यादातर रेस्टोरेंट में निश्चित मेनू होते हैं और उनके पास नियमित ग्राहक होते हैं, इसलिए वे सप्लायर्स की तरह कीमतों में उतार-चढ़ाव नहीं कर सकते.
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FIRST PUBLISHED :
July 13, 2024, 21:03 IST