थानेदार बने नाना और कांस्टेबल मामा, ब्याह में जमा दिया जोरदार रंग, पब्लिक भी बोली- वाह भई क्या बात है
अलवर. भौतिकवादी इस युग में रिश्तों को बचाए रखना एक बड़ी चुनौती हो गई है. अब जहां भाई भाई से जुदा हो रहा है. जरूरत पड़ने पर हर कोई किसी की आर्थिक सहायता करने से कतराता है. ऐसे माहौल में अलवर पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है. अलवर सदर थाने के कुक (लांगरी) की बेटी आरती की शादी में पूरा थाना मायरा (भात) भरने पहुंचा. पुलिस की पहल को देखकर वहां हर कोई हैरान रह गया. रिपोर्ट – नितिन शर्मा.
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जानकारी के अनुसार अलवर सदर पुलिस थाने के कुक तेज सिंह बीते 35 साल से सभी पुलिसकर्मियों को बड़ी आत्मीयता से खाना बनाकर खिला रहे हैं. सभी पुलिसकर्मियों से उनका परिवार जैसा नाता जुड़ हुआ है.
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तेज सिंह ने पिछले दिनों अपनी बेटी का रिश्ता किया. बाद में अब शादी की. तेज सिंह ने शादी के लिए थाने के प्रत्येक पुलिसकर्मी को आमंत्रित किया. तेज सिंह के बेटी के ननिहाल में कोई नहीं होने के चलते मायरा भरने की बात सामने आई.
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इस पर थाना पुलिस ने तेज सिंह की बेटी की शादी में मायरा भरने का फैसला किया. इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) प्रियंका, और थानाप्रभारी अरुण पूनिया सहित थाने के सभी पुलिसकर्मी तेज सिंह की बेटी को अपनी बहन मानते हुए मायरा भरने उनके घर पहुंचे.
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पूरे थाना स्टाफ ने आपस में मिलकर रुपये एकत्रित किए. उसके बाद शादी समारोह में एक लाख ग्यारह हजार रुपये, बर्तन और कपड़े लेकर मायरे के दिन सभी पुलिसकर्मी वहां पहुंचे. वहां पर तेज सिंह के परिवार की ओर से भातियों का भावभीना स्वागत किया गया.
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सामाजिक परपंरा के अनुसार उनके साफा बांधा गया. थानाप्रभारी ने बताया कि तेज सिंह गत 35 साल से सदर थाने में सभी पुलिसकर्मियों को बड़े प्यार से खाना बना कर खिलाते हैं. ऐसे में सभी का उनसे परिवारिक रिश्ता हो गया है.
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बकौल थानाप्रभारी तेज सिंह ने इस प्रेम के चलते सभी को शादी में बुलाया तो सभी ने जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए भात भरने की जिम्मेदारी निभाई. इसलिए सभी लोग तेज सिंह के बेटी शादी में मायरा भरने गए.