नई दिल्ली: जम्मू को अशांत करने के आतंकियों के नापाक इरादों पर पानी फेरने के लिए पहली बार इतनी बड़ी संख्या में एनएसजी कमांडो की तैनाती कर दी गई है। सिक्योरिटी एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि एनएसजी कमांडो की इस स्पेशल टीम को श्रीनगर से जम्मू भेजा गया है। इसका मकसद इस क्षेत्र में आतंकियों के छिपे होने या फिर हमले की स्थिति में बिना समय गवाएं उन्हें मुंहतोड़ जवाब देना है।
15 NSG कमांडो भेजे गए जम्मू
एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि इस ऑपरेशन के लिए करीब 15 एनएसजी कमांडो जम्मू भेजे गए हैं। उन्होंने एनएसजी कमांडो के कैंप करने और उनकी गतिविधियों के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी, लेकिन बताया कि इन्हें ऐसी जगह कैंप कराया जा रहा है, जहां से किसी भी टेरर अटैक की स्थिति में वे कुछ ही देर में घटनास्थल पर पहुंच सकते हैं। सीआरपीएफ और आर्मी की तरफ से आतंकवादियों का सफाया करने के लिए एक विशेष योजना तैयार की गई है, जिसके तहत सोमवार और मंगलवार को जम्मू के चार जिलों में 56 ठिकानों पर छापेमारी की गई।
100 संदिग्धों से चल रही पूछताछ
छापेमारी की कार्रवाई राजौरी जिले में 9, पुंछ में 12, उधमपुर में 25 और रियासी में 10 ठिकानों पर की गई। इस दौरान 100 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ हुई। यह सिलसिला अभी भी जारी है। कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार भी किया गया है। फिलहाल जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। जम्मू-कश्मीर पुलिस सूत्रों का कहना है कि हमें 30 से अधिक ऐसे इनपुट मिले हैं, जिनमें आतंकियों को मदद देने वाले संदिग्ध हो सकते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। छापेमारी के दौरान कई जगहों से हथियार, गोला-बारूद और अन्य सामान बरामद किए गए हैं। आने वाले समय में पुलिस, सुरक्षाबलों के साथ मिलकर आतंकियों और उनकी मदद करने वालों के खिलाफ और भी बड़ा एक्शन लेने की योजना बना रही है।