कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में डीएवी छात्रा मर्डर केस में अब नया मोड़ आ गया है। पहले कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप में आरोप तय नहीं किया था। लेकिन, घटना के तीन साल बाद आई डीएनए रिपोर्ट ने पूरे केस को पलट कर रख दिया है। इस मामले में अब कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप में आरोप तय करने का फैसला लिया है। दरअसल, तीन साल पहले सीओडी पुल पर हत्या करके फेंकी गई छात्रा की डीएनए रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हो गई है। इसके बाद अब सभी आरोपियों पर गैंगरेप का केस चलेगा। एडीजे- 17 त्रिपुरारी मिश्रा ने आरोपियों पर गैंगरेप का आरोप तय करने की अभियोजन की अर्जी को स्वीकार कर लिया है। केस में 12 सितंबर को आरोप तय किए जाएंगे।
एडीजीसी सुशील कुमार पांडेय ने इस संबंध में बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि रेलबाजार निवासी छात्रा 29 दिसंबर 2021 को घर से डीएवी कॉलेज के लिए निकली थी।रास्ते से ही वह लापता हो गई। अगले दिन सीओडी पुल के पास उसका मृत शरीर मिला था। पुलिस ने मृतका का पोस्टमार्टम कराया। छात्रा की हत्या के मामले में सोमनाथ गौतम, सत्यम मौर्य और रविंद्र विश्वकर्मा उर्फ रवि के खिलाफ हत्या, लूटपाट, लूट के माल की बरामदगी, सामान्य आशय और गैंगरेप की धाराओं में चार्जशीट कोर्ट को भेजी थी। कोर्ट ने तीनों के खिलाफ गैंगरेप की धारा में आरोप तय नहीं किए थे। मृतका बिसरा जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया था।
डीएनए रिपोर्ट से हुई पुष्टि
एडीजीसी के मुताबिक, आरोपियों के कराए गए डीएनए से रेप की पुष्टि हुई है। इसलिए, गैंगरेप का आरोप तय करने के लिए कोर्ट में अर्जी दी गई थी। तीन गवाहों की गवाही और फॉरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट आने के बाद कोर्ट में अर्जी देकर गैंगरेप की धारा में आरोप तय करने की मांग की गई। इसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है।
29 दिसंबर को क्या हुआ था?
डीएवी कॉलेज में एमएससी की पढ़ाई करने वाली 29 दिसंबर 2021 को लैपटॉप लेने कॉलेज गई थी। छात्रा कॉलेज से लौटने के बाद दो घरों में ट्यूशन पढ़ाने जाती थी। इसके बाद शाम 7:00 बजे घर लौटती थी। घटना वाली शाम जब छात्रा घर नहीं लौटी। इसके बाद परिजनों की परेशानी बढ़ने लगी। परिजनों ने छात्रा को फोन करना शुरू किया। रात करीब 8:45 बजे किसी ने फोन उठाकर बेटी के सीओडी पुल के नीचे पड़ा होने की जानकारी दी। घटना की जानकारी मिलते ही बदहवास परिजन सीओडी पुल पहुंचे। बेटी को लेकर वे कांशीराम अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लड़की के नाक और गले पर निशान था। इसको देखते हुए परिजनों ने जहरीला पदार्थ खिलाने के बाद गला घोंटकर हत्या करने का आरोप लगाया। इस मामले में उसके साथ पढ़ने वाले छात्रों पर आरोप लगाया गया। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में सामने आया कि आरोपी सोमनाथ ने एकतरफा प्यार में अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था।