झारखंड विधानसभा के बाहर निलंबित बीजेपी विधायकों ने बेचा बालू, जानिए किस नदी का बालू कितने में बिका
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झारखंड विधानसभा के बाहर निलंबित बीजेपी विधायकों ने बेचा बालू, जानिए किस नदी का बालू कितने में बिका
झारखंड विधानसभा के बाहर निलंबित बीजेपी विधायकों ने बेचा बालू, जानिए किस नदी का बालू कितने में बिका

रांची. झारखंड विधानसभा के बाहर मानसून सत्र के आखिरी दिन विरोध का अनोखा नजारा देखने को मिला. विपक्ष के निलंबित विधायकों ने सरकार की बालू नीति का विरोध करते हुए बालू बेचकर अपना विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी के निलंबित विधायक सदन में बालू और तराजू लेकर पहुंचे. बीजेपी के निलंबित विधायकों ने राज्य में बालू की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा कि मुफ्त बालू को लेकर सरकार द्वारा की गई घोषणा बिल्कुल हवा हवाई है और इसका लाभ मिलना संभव नहीं है. ऐसे में राज्य सरकार को आईना दिखाने के लिए निलंबित विधायक सदन के बाहर बालू बेचकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
विरोध प्रदर्शन के दौरान विधायक नीरा यादव ने जहां ₹100 किलो तराजू पर तौलकर बालू बेचना शुरू किया… तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी विधायक शशि भूषण मेहता सिर पर बालू की टोकरी लेकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने बालू का रेट ₹1000 किलो रखा था. बीजेपी विधायकों ने बताया कि राज्य सरकार की मुफ्त में बालू देने की योजना बिल्कुल हवा हवाई है और विपक्ष इसका पूरी तरह विरोध करता है.
झारखंड विधानसभा के बाहर एक तरफ बीजेपी के निलंबित विधायक बालू बेचते रहे, तो दूसरी तरफ सरकार के मंत्री उसी रास्ते से गुजरते रहे. कुल मिलाकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे को देखकर चुटकी लेते नजर आए. इसी बीच वहां से गुजर रहे मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि पहले केंद्र सरकार को राज्य सरकार का बकाया 1 लाख 36 हजार लौटना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य में बालों की कोई कमी नहीं है.
वहीं, ठीक दूसरी और विधायक नीरा यादव और विधायक शशिभूषण मेहता के बीच बालू बेचने को लेकर होड़ मची थी. नीरा यादव ने कहा कि उनका बालू स्वर्णरेखा नदी का बढ़िया बालू है… बावजूद इसके वह ₹100 किलो बेच रही हैं. दूसरी ओर बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता ने कहा कि वह कोयल नदी का बालू लाकर यहां बेच रहे हैं. चू़ंकि रास्ते में बालू लाने के दौरान कई थानों को पैसा देना पड़ता है, इसलिए उनका बालू थोड़ा महंगा है.
Tags: Jharkhand news, Jharkhand Politics, Ranchi news
FIRST PUBLISHED :
August 2, 2024, 12:13 IST