India Canada Conflict: जस्टिन ट्रूडो की कुर्सी क्या छिन जाएगी? भारत को ललकार ले रहे थे मजे, अब आई बड़ी आफत
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का भारत पर आरोप लगाने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारी मुसीबत में फंस गए हैं. मुसीबत भी ऐसी वैसी नहीं, उनकी कुर्सी जा सकती है. क्योंकि कनाडा में सत्ताधारी लिबरल पार्टी के सांसदों की कुछ घंटे बाद बैठक होने जा रही है, इसमें उनसे प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़ने को कहा जा सकता है.
कई महीनों से ट्रूडो भारत के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. हमारे राजनयिकों को निशाना बना रहे हैं. एक से एक बयान जारी कर रहे हैं, भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन अब वे अपने ही घर में घिर गए हैं. उनकी अपनी ही पार्टी के तमाम सांसदों ने विद्रोह का बिगुल फूंक दिया है. उन्हें पीएम पद से हटाने की मांग कर रहे हैं. इन सांसदों का आरोप है कि अगर ट्रूडो के नाम पर चुनाव लड़ा गया तो वे पार्टी की लुटिया डूबो देंगे. ऐसी हालत कर देंगे कि बाहर निकल पाना मुश्किल होगा.
चला रहे अल्पमत की सरकार
बता दें कि ट्रूडो कनाडा में अल्पमत सरकार चला रहे हैं. उनके गठबंधन सहयोगी, खालिस्तान समर्थक न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के जगमीत सिंह ने पिछले महीने समर्थन वापस ले लिया था. हालांकि, विपक्ष अभी तक उन्हें सत्ता से बेदखल नहीं कर पाया है, लेकिन यह देखना बाकी है कि क्या अंदरूनी असंतोष उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने के लिए पर्याप्त होगा.
अब कोई चारा नहीं बचा
टोरंटो स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, 152 लिबरल सांसदों में से 20 से अधिक ने जस्टिन ट्रूडो के खिलाफ एक सिग्नेचर कैंपेन चलाया है. इन सांसदों का मानना है कि की हालत दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. अब ट्रूडो को हटाने के अलावा और कोई भी चारा नहीं बचा है. उनकी लोकप्रियता एक साल से लगातार गिर रही है. वे ट्रूडो को पार्टी नेतृत्व से बाहर देखना चाहेंगे क्योंकि उनके रहते पार्टी जीत नहीं सकती. खबर ये भी आ रही है कि लिबरल पार्टी ने लीडरशिप से गुप्त मतदान कराने की मांग की है. अगर ऐसा हुआ तो ट्रूडो के खिलाफ मतदान हो सकता है और उनकी कुर्सी छिन सकती है.
बचने के लिए भिड़ाने लगे पैतरे
टोरंटो सन की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री कार्यालय को निर्देश दिया कि कोई भी नया ऐलान न करें. इससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि ट्रूडो कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं. ऐसी भी अटकलें हैं कि ट्रूडो मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं, ताकि कुछ नाराज सांसदों को मंत्री पद देकर उनका समर्थन हासिल किया जा सके. संसद को भी स्थगित कर सकते हैं. इससे उन्हें कुछ दिन और सत्ता में बने रहने की चाबी मिल जाएगी. क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए विश्वासमत हासिल करना पड़ सकता है. संसद स्थगित रहेगी तो ऐसी नौबत ही नहीं आएगी.
Tags: Canada News, Diplomatic relation
FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 22:15 IST