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‘खच्‍चरों’ का यह कैसा चक्‍कर? आपके बैंक अकाउंट के लिए बने खतरा, ब्‍लॉक तक हो सकता है खाता

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‘खच्‍चरों’ का यह कैसा चक्‍कर? आपके बैंक अकाउंट के लिए बने खतरा, ब्‍लॉक तक हो सकता है खाता

Curated byअमित शुक्‍ला | नवभारतटाइम्स.कॉम | 29 Apr 2024, 4:39 pm

मनी म्‍यूल ट्रांजैक्शन एक ऐसा लेनदेन होता है जिसमें अवैध रूप से प्राप्त धन को एक व्यक्ति (मनी म्‍यूल) के बैंक खाते से दूसरे खाते में या नकदी में ट्रांसफर किया जाता है। यह लेनदेन आमतौर पर अपराधियों की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग के उद्देश्य से किया जाता है ताकि वे अवैध रूप से प्राप्त धन को वैध दिखा सकें।

Money Mule

नई दिल्‍ली: कल्पना कीजिए। एक सुबह आप जागते हैं। पता चलता है कि आप खाते से अपना ही पैसा नहीं निकाल सकते। कारण- आपका बैंक खाता या डेबिट/क्रेडिट कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है। सच तो यह है क‍ि ऐसा हाल में हुआ है। इस बारे में एक ग्राहक ने सोशल मीडिया पर अपनी कहानी शेयर की। ‘मनी म्यूल’ ट्रांजैक्‍शन में शक में बैंक ने उनके क्रेडिट कार्ड को अचानक ब्लॉक कर दिया था। यह इकलौता मामला नहीं है। पहले भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं। यह इस मुद्दे की गंभीरता को दिखाता है।

एक अन्य मामले में एचडीएफसी बैंक के एक ग्राहक को इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा था। तब मनी म्यूल ऐक्टिविटीज में संदेह के चलते उनका बैंक खाता ब्लॉक कर दिया गया था। पिछले साल एचडीएफसी बैंक ने सोशल मीड‍िया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ऐसी घटनाओं पर रिऐक्‍शन देते हुए प्रभावित ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया था। बैंक ने साफ किया था कि मनी म्यूल की संलिप्तता के संदेह के कारण खाते में रुकावटें आईं। ग्राहकों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच चल रही है। सवाल यह है कि मनी म्‍यूल ट्रांजैक्‍शन होता क्‍या है? मनी म्‍यूल कौन होते हैं? कैसे खाते को बंद कर दिया जाता है?

‘मनी म्यूल’ खाता क्या है?

‘मनी म्‍यूल’ दो शब्‍दों से बना है। मनी यानी पैसा और म्‍यूल मतलब खच्‍चर। मनी म्यूल अकाउंट ऐसे बैंक खाते को कहते हैं कि जिसका इस्‍तेमाल दूसरों की ओर से अवैध रूप से अर्जित धन पाने और ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। कोई ऐसी गतिविधि में अनजाने या जानबूझकर शामिल हो सकता है। इससे अवैध रूप से प्राप्त धन की आवाजाही आसान हो जाती है। जालसाज अक्सर ऑफर या प्रोत्साहन के साथ अनजान व्यक्तियों से संपर्क करते हैं। उन्हें उधार देने या अवैध लेनदेन के लिए अपने बैंक खाते साझा करने के लिए राजी करते हैं। कभी-कभी लोगों को अलग-अलग माध्यमों से धोखा दिया जाता है। इससे वे अनजाने में ‘मनी म्यूल’ एक्टिविटी में शामिल हो जाते हैं। मनी म्‍यूल ट्रांजैक्शन में शामिल होना खतरनाक हो सकता है। कारण है कि मनी म्‍यूल को धोखाधड़ी और चोरी के लिए गिरफ्तार किया जा सकता है। उनके बैंक खाते बंद किए जा सकते हैं। उन्हें भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है। उनका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है।

कौन होते हैं मनी म्‍यूल?

आसान शब्‍दों में कह सकते हैं कि ‘मनी म्‍यूल’ वे लोग होते हैं जिनका इस्तेमाल अपराधी अवैध रूप से प्राप्त धन को ट्रांसफर करने के लिए करते हैं। इन लोगों को अक्सर सोशल मीडिया, ईमेल या नौकरी की पेशकश के जरिये धोखा दिया जाता है। इस तरह मनी म्‍यूल आमतौर पर दो तरह के हो सकते हैं:

1. जानकार मनी म्‍यूल: ये लोग जानते हैं कि वे अवैध गतिविधि में शामिल हैं और इसके लिए उन्हें पैसे मिलते हैं।

2. अनजान मनी म्‍यूल: इन लोगों को पता नहीं होता है कि वे अपराधियों की मदद कर रहे हैं। उन्हें अक्सर नौकरी की पेशकश या आसान पैसे कमाने के वादे के साथ धोखा दिया जाता है।

धोखाधड़ी और वित्तीय अपराधों के एक्‍सपर्ट अनीस अहमद कहते हैं कि मनी म्यूल फ्रॉड अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर बढ़े हैं। दुनियाभर में आपराधिक गतिविधियों में इनका बड़ा हिस्‍सा है। इस मसले से निपटने के लिए सिंगापुर और ब्रिटेन जैसे देश ‘मनी म्यूल स्‍कीमों’ की पहचान करने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाने की बात कर रहे हैं। इसके लिए डेटा-शेयरिंग प्लेटफॉर्म बनाया जा रहा है।

अमित शुक्‍ला

लेखक के बारे में

अमित शुक्‍ला

पत्रकारिता और जनसंचार में पीएचडी की। टाइम्‍स इंटरनेट में रहते हुए नवभारतटाइम्‍स डॉट कॉम से पहले इकनॉमिकटाइम्‍स डॉट कॉम में सेवाएं दीं। पत्रकारिता में 15 साल से ज्‍यादा का अनुभव। फिलहाल नवभारत टाइम्स डॉट कॉम में असिस्‍टेंट न्‍यूज एडिटर के रूप में कार्यरत। टीवी टुडे नेटवर्क, दैनिक जागरण, डीएलए जैसे मीडिया संस्‍थानों के अलावा शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी काम किया। इनमें शिमला यूनिवर्सिटी- एजीयू, टेक वन स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (नोएडा) शामिल हैं। लिंग्विस्‍ट के तौर पर भी पहचान बनाई। मार्वल कॉमिक्स ग्रुप, सौम्या ट्रांसलेटर्स, ब्रह्मम नेट सॉल्यूशन, सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी और लिंगुअल कंसल्टेंसी सर्विसेज समेत कई अन्य भाषा समाधान प्रदान करने वाले संगठनों के साथ फ्रीलांस काम किया। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। देश-विदेश के साथ बिजनस खबरों में खास दिलचस्‍पी।… और पढ़ें

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