उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 10 लोकसभा सीटें आगरा, आवला, बदायूं, बरेली, एटा, फतेहपुर सिकरी, फिरोजाबाद, हाथरस मैनपुरी और संभल पर चुनाव लड़ने वाले सभी 100 उम्मीदवारों के शपथपत्रों के आधार पर रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के मुताबिक तीसरे चरण के चुनाव में भी करोड़पति उम्मीदवारों की भरमार है. 100 में से 46 यानी 46% उम्मीदवार करोड़पति हैं. इन सभी 10 सीटों पर 7 मई को तीसरे चरण में मतदान होना है.
भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ सपा और बसपा के सभी प्रत्याशी करोड़पति हैं. बीजेपी के 10, समाजवादी पार्टी के 9, बहुजन समाज पार्टी के 9 उम्मीदवार करोड़पति हैं. वहीं पीस पार्टी के 3 में से 1 उम्मीदवार करोड़पति हैं. उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 6.94 करोड़ है. भारतीय जनता पार्टी के 10 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 11.74 करोड़ है. समाजवादी पार्टी के 9 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 47.67 करोड़ है.
बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 9.45 करोड़ है. वहीं पीस पार्टी के 3 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.13 करोड़ है. रिपोर्ट के मुताबिक बरेली से सपा प्रत्याशी सबसे बड़े धन्ना सेठ हैं. वहीं रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव डिंपल यादव से ज्यादा संपत्ति के मालिक हैं.
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बरेली के सपा उम्मीदवार सबसे बड़े धन्ना सेठ
यूपी इलेक्शन वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक तीसरे चरण के प्रत्याशियों में बरेली से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रवीण सिंह ऐरन सबसे बड़े धन्नसेठ हैं, जिनकी संपत्ति लगभग 182 करोड़ है. फिरोजाबाद से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अक्षय यादव की संपत्ति 136 करोड़ के आसपास है. मैनपुरी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही डिम्पल यादव की संपत्ति 42 करोड़ के आसपास हैं.
मैदान में हजारों की संपत्ति वाले उम्मीदवार भी
ऐसा नहीं है कि चुनाव में सिर्फ करोड़पति ही मैदान में हैं. कई ऐसे भी भी चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं, जिनकी संपत्ति हजारों में है. सबसे कम संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष उम्मीद्वारों की बात करें तो आगरा लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हसनुराम अम्बेडकरी हैं, जिनकी कुल संपत्ति 12 हजार रुपये है. दूसरे नंबर पर एटा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे कैलाश कुमार हैं, जिनकी संपत्ति 19 हजार बताई गई है. तीसरे नंबर पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रवि कुमार हैं. उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 21 हज़ार रुपए दर्शाई है..
25 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज
उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में 100 में से 25 (25%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इनमें से 20 (20%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. भारतीय जनता पार्टी के 10 में से 4, समाजवादी पार्टी के 9 में से 5, बहुजन समाज पार्टी के 9 में से 4, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के 2 में से 1 उम्मीदवारों पर अपराधिक मामले दर्ज हैं. गंभीर आपराधिक मामलों में भारतीय जनता पार्टी के 30%, समजवादी पार्टी के 33%, बहुजन समाज पार्टी के 44%, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के 50%, उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
आपराधिक मामलों में रामनाथ सिंह सिकरवार जो फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, उनके ऊपर 17 आपराधिक मामले दर्ज है. दूसरे नम्बर पर आपराधिक छवि के उम्मीदवार में चौधरी बशीर हैं, जो फिरोजाबाद से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार हैं. इनके ऊपर 9 आपराधिक मामले हैं.
33 फीसदी उम्मीदवार 5वीं से 12वीं पास
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 100 में से 33 (33%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है, जबकि 52 (52 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज़्यादा घोषित की है. 1 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है. 12 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 2 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है. उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में 8 (8 प्रतिशत) महिला उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रही हैं.