गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पांय. बलिहारी गुरु आपनो, गोविन्द दियो बताय.
ऐसी वाणी बोलिए मन का आप खोए, औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए.
ये वो पंक्तियां हैं, जो शायद ही किसी ने न पढ़ीं हो. जी हां, ऐसे न जाने कितने दोहे लिखने वाले संत का नाम था कबीर. महान संत कबीर के नाम पर उत्तर प्रदेश का एक जिला बनाया गया जिसका नाम है संत कबीर नगर. संत कबीर की निर्वाण स्थली मगहर इसी क्षेत्र में आता है. संत कबीर नगर बस्ती मंडल के अंतर्गत आता है. तकरीबन 26 साल पहले यह बस्ती जिले का एक तहसील हुआ करता था, लेकिन 5 सितंबर 1997 को इसे बस्ती से अलग करते हुए जिले का दर्जा दिया गया. आगे चलकर संत कबीर नगर संसदीय सीट भी बन गई. वर्ष 2002 में परिसीमन आयोग ने इसे लोकसभा सीट बनाने का सुझाव दिया था, जिसके बाद वर्ष 2008 में संत कबीर नगर को संसदीय सीट का भी दर्जा मिल गया. इस तरह यह सीट महज 11 वर्ष पहले ही अस्तित्व में आई है.
कौन कौन है उम्मीदवार
संत कबीर नगर लोकसभा सीट से भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी के प्रत्याशी प्रवीण निषाद दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं, वहीं सपा ने पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद को मैदान में उतारा है. यहां बसपा से नदीम अशरफ भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. खास बात यह है यहां से एक बार सांसद रहे और दो बार भाजपा को कड़ी टक्कर देने वाले बसपा प्रत्याशी भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी सपा के टिकट पर डुमरियागंज लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं.
कब हुआ था पहला चुनाव?
इस सीट पर वर्ष 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुए तो बसपा के भीष्मशंकर तिवारी ने जीत हासिल की थी. वर्ष 2014 से यह सीट भारतीय जनता पार्टी के कब्जे में ऐसे में भाजपा इस सीट पर हैट्रिक लगाने को बेताब है. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के शरद त्रिपाठी ने जीत हासिल की थी. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा व निषाद पार्टी के प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने जीत दर्ज की थी. इस बार भी वही यहां से उम्मीदवार हैं. संत कबीर नगर लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. आलापुर, मेंहदावल, खलीलाबाद, धनघाटा और खजनी. इनमें से आलापुर, धनघाटा और खजनी अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है.
वर्ष 2019 के चुनाव में था कांटे का मुकाबला
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में संत कबीर नगर लोकसभा सीट पर कांटे का मुकाबला रहा. यहां बीजेपी के प्रवीण कुमार निषाद 4,67,543 वोट मिले थे, तो बसपा के भीष्म शंकर तिवारी को 4,31,794 वोट मिले. इस तरह यहां जीत हार का अंतर 35749 वोटों का रहा. पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर भालचंद्र यादव मैदान में थे, जिनको 1,28,506 वोट मिले थे. वर्ष 2014 के चुनाव में इस सीट पर कुल 25 प्रत्याशी मैदान में थे. वर्ष 2014 के चुनाव में संत कबीर नगर लोकसभा सीट पर कुल 19,04,327 मतदाता थे. जिसमें से 10,11,649 (53.1%) लोगों ने मतदान किया था. इस चुनाव में बीजेपी के शरद त्रिपाठी ने 97,978 (9.7%) वोटों से बसपा के भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी को हराया था. शरद को 348892 वोट मिले थे, वहीं कुशल तिवारी को 250914 वोट मिले. उस चुनाव में भालचंद्र यादव सपा के टिकट पर मैदान में थे. उन्हें 240169 वोट मिले थे.
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FIRST PUBLISHED :
June 4, 2024, 24:03 IST