उधार के आइडिया से सत्ता तक पहुंचने में कितना सफल होंगे तेजस्वी यादव, 200 यूनिट फ्री बिजली के वादे पर इतना भरोसा?
पटना. बिहार की भूमि को राजनीतिक रूप से काफी उर्वर माना जाता है. यहां के लोगों को भी राजनीतिक तौर पर जागरूक माना जाता है. यही वजह है कि बिहार के नेता भी काफी सजग और सतर्क रहते हैं. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अभी से ही जनता का मूड भांपने के लिए जमीन पर उतर गए हैं. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लीडर तेजस्वी यादव ने उधार के आइडिया से बिहार की सत्ता में आने की कोशिश शुरू कर दी है. वह कार्यकर्ता संवाद यात्रा के दौरान समस्तीपुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने जनता से 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने का वादा किया. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पहले से ही सब्सिडी के बोझ तले दबे बिहार बिजली विभाग 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त कैसे देगा.
दरअसल, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले जनता से 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था. सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने से वादे को पूरा भी किया था. दिल्ली में उनकी सत्ता अभी तक मजबूती के साथ बरकरार है. इसके बाद कई राज्यों में इस तरह की घोषणाएं की गईं. आरजेडी नेता तेजस्वी नेता ने भी अब इसी वादे पर ऐतबार कर लिया है. तेजस्वी यादव इन दिनों कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर हैं. इसी क्रम में वह बुधवार को समस्तीपुर पहुंचे थे. आरजेडी के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने जनता के लिए बड़ा वादा कर दिया. उन्होंने कहा कि साल 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी सरकार बनती है तो वह लोगों को 200 यूनिट तक बिजली फ्री में देंगे.
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‘बिहार में बिजली सबसे महंगी’
कार्यकर्ता संवाद यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव ने दावा किया कि बिहार में बिजली देशभर में सबसे ज्यादा महंगी है. आमलोग बिजली बिल से परेशान हैं. स्मार्ट मीटर को लेकर भी उन्होंने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उनकी अगुआई में सरकार बनने पर इन सब गड़बड़ियों को ठीक कर दिया जाएगा. बता दें कि तेजस्वी यादव ने कार्यकर्ता संवाद यात्रा की शुरुआत 10 सितंबर से की है. पहले चरण के तहत उनकी यह यात्रा 17 सितंबर तक चलेगी. तेजस्वी यादव इस दौरान समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर जिलों की 40 विधानसभा क्षेत्रों को नापेंगे.
वादे पर कैसे होगा अमल?
तेजस्वी यादव ने 200 यूनिट तक फ्री बिजली देने का वादा तो कर दिया, पर इसे पूरा कैसे करेंगे? इसके लिए हजारों करोड़ रुपये का फंड आएगा कहां से? फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में बिहार सरकार ने बिजली पर कुल 8,895 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी थी. वित्त वर्ष 2023-24 में इसे बढ़ाकर 13,114 करोड़ कर दिया गया था. दिलचस्प बात यह है कि बिहार में ग्रामीण उपभोक्ताओं को बिजली का 28 प्रतिशत ही भुगतान करना पड़ता है, जबकि राज्य सरकार 72 प्रतिशत का भुगतान करती है. वहीं, शहरी घरेलू उपभोक्ता जो 200 यूनिट तक बिजली खर्च करते हैं, उन्हें 56.3 प्रतिशत भुगतान करना होता है. बाकी 43.7 प्रतिशत का खर्च राज्य सरकार सब्सिडी के तौर पर देती है. इस तरह बिजली बिल को लेकर पहले से ही बिहार सरकार हजारों करोड़ रुपये की सहायता दे रही है. इससे खजाने पर अतिरिक्त बोझ लगातार बढ़ रहा है. यदि तेजस्वी यादव अपना वादा पूरा करते हैं तो इसमें कई हजार करोड़ रुपये का ईजाफा हो जाएगा. पहले से ही खाली खजाने का रोना रोने वाले बिहार की वित्तीय सेहत और खराब हो सकती है.
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FIRST PUBLISHED :
September 11, 2024, 23:13 IST